मुंबई के नालासोपारा इलाके में ऑक्सीजन की कमी के चलते 7 मरीजों ने दम तोड दिया । ये सभी मरीज विनायक अस्पताल में भर्ती थे। मरीजो के परिजन ने आरोप लगाया कि, अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी थी। मरीजो की मौत के बाद नाराज परिजन ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया।
बहरहाल अस्पताल की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। गंभीर बीमारियो से जुूझ रहे मरीजो के लिए मुंबई के नालासोपारा में विनायक अस्पताल एकमात्र विकल्प है। परिजन के मुताबिक, बावजुद इसके इस अस्पताल की व्यवस्था चरमराई हुई है। अस्पताल प्रबंधन ने समय रहते ऑक्सीजन मुहय्या नही करवाया। नतीजतन 7 मरीजो को अपनी जान से हाथ धोना पडा।
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इस बीच पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के हालात बेहद खराब बने हुए हैं। राज्य में चरमराई हुई स्वास्थ्य व्यवस्था के चलते सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 51 हजार 751 नए मामले सामने आए। वहीं इस महामारी से 258 लोगों की मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अकेले मुंबई में सोमवार को संक्रमण के 6 हजार, 893 नए मामले सामने आए और 43 मरीजों की मौत हो गई। महामारी की दूसरी लहर में यहां मुंबई पुलिस के एक उपनिरीक्षक (एसआई) की भी मौत हो गयी।
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महामारी का शिकार हुए एसआई मोहन डागड़े को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया था। मुंबई पुलिस जोन-8 के पुलिस उपायुक्त मंजूनाथ सिंघे ने मोहन झगडे की मौत की पुष्टी की है।