राज्य में वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। वहीं रिकवरी रेट भी घटा है। गुरुवार सुबह यूपी में 85 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। इसमें सात लविवि के शिक्षक हैं। वहीं, संपर्क में आए स्टाफ में हड़कंप है। फिलहाल, इनके सैम्पल की जांच चल रही है।
राज्य में एक मार्च से कोरोना ने फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है। पहले दिन 24 घंटे में 87 केस मिले। वहीं बाद में रोजाना करीब नौ सौ से 1400 मरीज 24 घण्टे में आने लगे। ऐसे में मरीजों की रिकवरी रेट भी घट गई है।
पहले रिकवरी रेट 98.25थी, वहीं अब 96 फीसद के करीब आ गई। ऐसे ही एक मार्च को प्रदेश में जहां एक्टिव केस की संख्या 2,078 थी, वहीं 31 मार्च को चार गुना से ज्यादा 9,848 हो गई है। लिहाजा सरकार ने सभी बंद कोविड अस्पताल खोलने के निर्देश दिए गए हैं।
बप्पी लहीरी हुए कोरोना पॉजिटिव, ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती
गुरुवार को सुबह 80 लोगों में अब तक वायरस की पुष्टि हो चुकी है। वहीं लखनऊ में प्रकोप सबसे ज्यादा है। यहां 1030 कंटेंमेंट जोन बनाए गए हैं। अप्रैल में मरीजों की संख्या बढ़ने के असार हैं। ऐसे में आज यानी 1 अप्रैल से 45 पार सभी का वैक्सीनेशन 10 बजे से शुरू हो जाएगा।
केजीएमयू में संक्रमण रोकने के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। इसमें कैम्पस में मास्क न लगाने पर 200 रुपये का जुर्माना लगेगा। मास्क स्टाफ, मरीज, तीमारदार सभी के लिए अनिवार्य है।