कोरोना वायरस का आसरा देश पर भले ही कम हो गया हो लेकिन खतरा अभी बना हुआ है। यही कारण है की गणतंत्र दिवस के मौके पर अमृतसर के अटारी-बाघा बार्डर पर हर साल जो बीटिंग रिट्रीट होती है, उसका नजारा आम लोग नहीं देख पाएंगे।
बीएसएफ के अनुसार, इस बार 26 जनवरी को समूहिक तौर पर रिट्रीट सेरेमनी नहीं होगी। 7 मार्च, 2020 से ही अटारी-बाघा बार्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी बंद है, यहां हजारों की संख्या में दर्शक आते थे।
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यहां हर शाम भारत और पाकिस्तान के जवान आमने-सामने होते थे, इस दौरान झण्डा उतारने के दौरान होने वाली बीटिंग रिट्रीट के दौरान दोनों और जोश हमेशा हाई रहता था। गौरतलब है की इसकी शुरुआत साल 1959 में की गई थी।
कोरोना काल में इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई विदेशी मेहमान नहीं आ रहा है। ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को पहले भारत की ओर से न्योता दिया गया था, जिसे उन्होने स्वीकारा था, हालांकि बाद में यूके में कोरोना का संकट अचानक बढ़ गया। जिस कारण ये दौरा रद्द हो गया।