उन्नाव। कई दिनों से पंचायती चुनाव में अध्यक्षी की दावेदारी को लेकर चल रही उठापटक का अंत उस समय हो गया जब कि बीजेपी से प्रत्याशी शकुन सिंह द्वारा पर्चा दाखिल किया गया। हालांकि कुछ दिन पूर्व बीजेपी से जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट कट जाने के बावजूद निर्दलीय प्रत्याशी अरुण सिंह भी सत्ता का साथ होने का दावा नामांकन कराने के दौरान करते नजर आये। लेकिन जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत व पंचायत चुनाव प्रभारी शंकर लाल लोधी ने उनके द्वारा किए गये दावे को निराधार बताते हुए कहा कि पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी शकुन सिंह ही है और भारतीय जनता पार्टी का पूरा संगठन उनके साथ है।
हालांकि पार्टी के कड़े निर्देश के बाद भी सांसद साक्षी महराज, सदर विधायक पंकज गुप्त, सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर सहित अन्य कई सारे नेता बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी के साथ नहीं दिखे। जिसकी चर्चाओं का दौर देर शाम तक चलता रहा। जब कि पार्टी की प्रत्याशी शकुन सिंह के नामांकन में बीजेपी जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत, बांगरमऊ विधायक श्रीकांत कटियार, पुरवा विधायक अनिल सिंह, मोहान विधायक बृजेश रावत साथ दिखायी दिए।
सुबह कलेक्ट्रेट पहुंचकर बीजेपी प्रत्याशी शकुन सिंह ने अपना नामांकनपत्र का एक सेट दाखिल किया। पर्चा दाखिल करने के बाद वह बीजेपी कार्यालय पहुंची। जहां पर बीजेपी नेताओं ने उनका स्वागत गर्मजोशी से किया। तदोपरांत पंचायत चुनाव प्रभारी शंकर लाल लोधी, जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत, विधायक अनिल सिंह, विधायक बृजेश रावत, विधायक श्रीकांत कटियार ने कलेक्टेÑट पहुंचकर बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी शकुन सिंह का दूसरा सेट दाखिल कराया। पार्टी ने इस कदम के साथ ही यही संदेश दिया कि शकुन सिंह बीजेपी की अधिकृत उम्मीदवार है और संगठन उनके साथ खडा है।
गौरतलब बात यह रही कि माखी कांड में स्वयं पीडित परिवार से जुडे व उसी मामले में सीआरपीएफ सुरक्षा प्राप्त सपा नेता देवेंद्र सिंह भी अपने समर्थकों के साथ भाजपा खेमें में दिखायी दिए। हालांकि उनके बीजेपी में शामिल होने की चचार्एं भी लोगो में होती देखी गयी। लेकिन बीजेपी जिलाध्यक्ष ने उन तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया। बीजेपी जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत ने टेलीफोनिक वार्ता में बताया कि कुछ लोग सदस्यता लेने के लिए आये थे लेकिन कोई लिखित पत्र प्राप्त नहीं हुआ।
देवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने की बात पर उन्होंने कहा कि भीड़ में हो सकता वह रहे हो लेकिन पार्टी की सदस्यता अभी उनके द्वारा नहीं ली गयी न ही लिखित आवेदन ही दिया गया। ऐसे में तमाम तरह की चर्चाओं पर जिलाध्यक्ष ने विराम लगाते हुए कहा कि पार्टी के निर्देशों का हम लोग पालन करते है। पार्टी द्वारा पूर्व में अरुण सिंह को टिकट दिया गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से उनका टिकट काटकर शकुन सिंह को बीजेपी से अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी है। अन्य कोई व्यक्ति अगर बीजेपी से अपनी दावेदारी करता है तो वह गलत है। समाजवादी पार्टी से जिलापंचायत सदस्य की अधिकृत उम्मीदवार मालती रावत ने भी शनिवार को नामांकन दाखिल किया।
उनके नामांकन में सपा नेता एम एल सी सुनील यादव, पूर्व सांसद अन्नू टंडन, रिटायर्ड आईपीएस हरीश कुमार, पूर्व मंत्री सुधीर कुमार रावत, पूर्व मंत्री अशोक सिंह बेबी, पूर्व विधायक उदय राज यादव, पूर्व विधायक राम कुमार, पूर्व विधायक बदलू खान, पूर्व विधायक कृपा शंकर, सपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, सुरेश पाल, वीरेंद्र शुक्ला, सपा नेता राजेश यादव, सपा नेता अनिरुद्ध सिंह चंदेल, सपा नेता सुजाउर रहमान सफवी, डॉक्टर अभिनव कुमार जितेन्द्र कुशवाहा, ब्लाक प्रमुख राज कुमार रावत सहित अन्य लोग मौजूद रहे। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण सिंह ने भी निर्दलीय नामांकन दाखिल किया। उनके साथ सदर विधायक पंकज गुप्त के पुत्र प्रखर गुप्त, भाई नीरज गुप्त, हिन्दू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री विमल द्विवेदी, प्रदीप सिंह, पवन सिंह, अन्नू मिश्रा, सरला लोधी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
नामांकन के बाद पत्रकारों से वार्ता में पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण सिंह ने कहा कि हमसे पार्टी हाई कमान ने कहा कि नामांकन करवाइये तो हम पार्टी के निर्देश पर काम कर रहे हैं। हालांकि पार्टी के निर्देश पर नामांकन वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में अब नामांकन वापस लेने का प्रश्न ही नहीं उठता। जनता ने भरोसा जताकर जिताया है, हमारे साथ पार्टी के सांसद व कई विधायक साथ है कोविड को देखते हुए यहां नहीं आए है।