गोरखपुर। नेपाल के काली गंडकी नदी से प्राप्त छह करोड़ वर्ष पुराने शालीग्राम पत्थर के दो देव शिलाखंड (Shaligram Shila) गोरखपुर पहुंच गए। गोरखनाथ मंदिर में देवशिला रथ पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे गूंज उठे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) आज (बुधवार) देव शिलाओं की पूजा करेंगे। इसके बाद रथ अयोध्या रवाना होगा। अयोध्या पहुंचने पर शिलाखंडों के स्वागत और पूजन की जोरदार तैयारी की गई है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को अयोध्या में कहा कि दोनों शिलाखंड का आध्यात्मिक महत्व है। यह सदियों पुराने हैं।राम कथा कुंज पहुंचने पर शिलाखंडों के लोग दर्शन कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि नेपाल में काली गंडकी नाम का एक झरना है। यह दामोदर कुंड से निकलता है और गणेश्वर धाम गंडकी से लगभग 85 किलोमीटर उत्तर में है। ये दोनों शिलाखंड (Shaligram Shila) वहीं से लाए गए हैं। यह स्थान समुद्र तल से 6,000 फीट की ऊंचाई है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में पूजा अर्चना के बाद दोनों शिलाखंडों को दो फरवरी को अयोध्या मंदिर को सौंप दिया जाएगा। श्रद्धालु रात 10ः30 बजे तक रामसेवकपुरम पहुंच कर शिलाखंडों की पूजा कर सकते हैं।