महाराष्ट्र में मंदिर खोलने को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर फिर से हमला बोला है। शरद पवार ने कहा कि कोई स्वाभिमानी व्यक्ति पद पर बना नहीं रहता। पवार ने यह बयान महाराष्ट्र के उस्मानाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए दिया।
शरद पवार ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने खुद भी पत्र में इस्तेमाल की गई भाषा को लेकर निराशा जताई थी। अमित शाह ने भी कहा था कि पत्र में कुछ शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। अगर कोई आत्मसम्मान वाला व्यक्ति होता तो पद पर नहीं रहता। एनसीपी अध्यक्ष बारिश और बाढ़ के कारण हुई तबाही का जायजा लेने उस्मानाबाद पहुंचे थे।
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एकनाथ खड़से के एनसीपी ज्वाइन करने से जुड़े सवाल पर पवार ने कहा कि वे विपक्ष के नेता थे और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को खड़ा करने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने हमारी आलोचना की थी और हमने उसे गंभीरता से लिया। पवार ने कहा कि उन्हें क्यों ऐसी पार्टी में नहीं जाना चाहिए, जो उनके काम की सराहना करे।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शोलापुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय नागरिकों से मुलाकात कर हालात की समीक्षा की। सीएम ठाकरे के साथ राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार भी थे।
ठाकरे ने बारिश प्रभावित एक गांव के बाहर रोड से गुजरते समय पुलिया से हालात देखे, जिसे लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई और कहा कि उन्हें गांव आकर मिलकर जानकारी लेनी चाहिए थी।