शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। इस दिन चंद्रमा सबसे अधिक चमकीला होता है। इसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से पूर्ण रूप से चमकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन देवी लक्ष्मी भ्रमण करती हैं। उनका आशीर्वाद पाने के लोग अपने घरों में साफ रखते हैं दरवाजे खुले रखते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूर्णिमा की रात को अमृत बरसता है।
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) शुभ मुहूर्त
इस साल शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जो सुबह 4.17 बजे शुरू होगी। अगले दिन 29 अक्टूबर को दोपहर 1.53 बजे तक रहेगी। चंद्रोदय शाम 5.20 बजे होगा। पूजा का शुभ समज 8.52 से 10.29 बजे तक है।
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) का महत्व
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) का महत्व धार्मिक और आस्था आधारित मान्यताओं से जुड़ा है। इस रात धरती पर चंद्रमा की रोशनी पड़ना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। इसलिए रात को खीर और पूजा के बर्तनों को खुले आसमान में रखा जाता है। फिर भोग लगाया जाता है। इस पूर्णिमा की रात चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है।
इस बार शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर ग्रहों की चाल का असर 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशि वालों को इस दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी। आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा पर किन राशि वालों को लाभ होगा।
मेष राशि
इस राशि वालों के लिए शरद पूर्णिमा का दिन खास रहने वाला है। आय में वृद्धि होने की संभावना है। अधूरे काम पूरे होंगे। ऑफिस में आपके काम की सराहना होगी। यात्रा से आर्थिक लाभ की उम्मीद की जा सकती है। अगर निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह समय अनुकूल है।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए समय अनुकूल है। मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा। कार्यस्थल पर लोकप्रियता बढ़ेगी। शरद पूर्णिमा का दिन व्यापारियों के लिए खास रहेगा।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों की आय में वृद्धि हो सकती है। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। कार्यस्थल पर कुछ बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती हैं। महत्वपूर्ण कार्यों में पार्टनर का पूरा सहयोग मिलेगा।