नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंक विरोधी अभियानों में अदम्य साहस दिखाने वाले सेना के चार जांबाजों को शौर्य पदक दिया जाएगा। इनमें वायु सेना के विंग कमांडर विशक नायर और सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण सिंह रावत, मेजर अनिल उर्स और हवलदार आलोक कुमार दुबे शामिल हैं। स्वतंत्रा दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को राष्ट्रपति ने सेना के लिए वीरता पदकों को स्वीकृति दी। इसके साथ ही सेना के 31 जवानों को वीरता पदक मिलेगा।
दूसरी ओर, केंद्रीय गृहमंत्रालय ने राज्य एवं केंद्रीय पुलिसबलाें के जवानों के लिए वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा पदक समेत कुल 926 पदकों की घोषणा की। इसके तहत 215 पुलिसकर्मियों को पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से 80 पुलिसकर्मियों और सराहनीय सेवा के लिए 631 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।
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2008 में बाटला हाउस मुठभेड़ में शहीद दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा को सातवीं बार मरणोपरांत वीरता पदक से नवाजा जाएगा। वहीं, सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट नरेश कुमार को कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान में शौर्य दिखाने के लिए सातवीं बार वीरता पदक मिलेगा। वह कश्मीर घाटी में तैनात सेना के आतंकरोधी दल क्विक एक्शन टीम (क्वैट) दल का हिस्सा थे। हैदराबाद राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के निदेशक अतुल कारवाल को दूसरी बार पुलिस वीरता पदक मिलेगा। वहीं, पाकिस्तान की गोलाबारी में पिछले साल सांबा में शहीद हुए बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विनय प्रसाद को मरणोपरांत वीरता पदक मिलेगा।
आतंकी और पुलिस के गठजोड़ का पर्दाफाश कर डीएसपी दविंदर सिंह को दबोचने वाले जम्मू-कश्मीर के डीआईजी अतुल कुमार गोयल समेत 81 जवानों को पुलिस वीरता पदक मिलेगा। वहीं, सीआरपीएफ के 55 जवानों को वीरता पदक मिलेगा। इनमें 41 को जम्मू-कश्मीर में आतंकरोधी अभियान, 14 को छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के लिए सम्मानित किया जाएगा। राज्य पुलिस और केंद्रीय बल को मिलाकर जम्मू-कश्मीर में सेवा के लिए सबसे ज्यादा 123 वीरता पदक मिलेेंगे।
उत्तर प्रदेश पुलिस के 23 और दिल्ली पुलिस के 16 जवानों को वीरता पदक दिया जाएगा। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस से 14 और झारखंड पुलिस के 12 जवानों को वीरता पदक दिए जाएंगे।
गलवां घाटी में चीनी सैनिकों से लोहा लेने वाले 294 जवानों को आईटीबीपी महानिदेशक सम्मान से नवाजेगा। साथ ही आईटीबीपी ने 21 जवानों को अदम्य साहस के लिए वीरता पदक देने की सिफारिश केंद्र सरकार से की है। वहीं, अर्धसैनिक बल के 358 जवानों को कोरोना के खिलाफ जंग में सेवा देने के लिए गृहमंत्री का विशेष सेवा पदक देने की सिफारिश की गई है।
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दिल्ली के सीजीओ कॉम्पलेक्स और मुंबई के ओएनजीसी बिल्डिंग में लगी भीषण आग से लोगों की बचाने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के चार जांबाजों को मरणोपरांत शौर्य चक्र मिलेगा। इनमें सब इंस्पेक्टर महावीर प्रसाद गोदरा, हेड कांस्टेबल इराना नायका, कांस्टेबल महेंद्र कुमार पासवान और सतीश प्रसाद कुशवाहा शामिल हैं। गोदरा की जान बीते साल छह मार्च को सीजीओ कांपलेक्स की पांचवीं मंजिल से लोगों को बचाते वक्त चली गई थी। वहीं, तीन अन्य की जवानों की जान बीते साल 3 सितंबर को मुंबई में ओएनजीसी के संयंत्र में लगी आग से लोगों को बचाने में गई थी। संभवत: पहली बार सीआईएसएफ जवानों को सैन्य वीरता पदक दिया जा रहा है। शौर्य चक्र शांतिकाल में दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च वीरता पदक है।