मध्य प्रदेश के रीवा में किसान आंदोलन वाली जगह पर ऐसा वाकया हुआ जो किसी ने सोचा भी नहीं होगा। यहां विरोध, तोड़फोड़ और नारेबाजी की जगह शादी हुई। यहां कृषि कानून के विरोध में नारे नहीं, मंगल गीत गाए जा रहे थे। इतना ही नहीं शादी के बाद वर-वधू ने संविधान की शपथ भी ली।
गौरतलब है कि ये उन किसानों के बेटे-बेटी की शादी थी, जो साथ में धरनास्थल पर ही बैठे हैं। सभी किसानों ने मिलकर बेटी को शगुन दिया। शगुन की इस राशि से आंदोलन को आगे जारी रखा जाएगा। इस मौके पर किसानों ने कहा कि कृषि कानून वापस लेने तक सभी यहीं डटे रहेंगे और पारिवारिक कार्यक्रम भी यहीं करेंगे।
Madhya Pradesh: A farmer leader organised his son’s marriage at a farmers’ protest site in Rewa yesterday.
“We wanted to give a strong message to the government that we will not leave this site until we win this fight,” said Ramjit Singh of Madhya Pradesh Kisan Sabha. pic.twitter.com/s82iHRjHX6
— ANI (@ANI) March 18, 2021
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जानकारी के मुताबिक, यह शादी थी मध्य प्रदेश किसान सभा के महासचिव रामजीत सिंह के बेटे सचिन सिंह और छिरहटा निवासी विष्णुकांत सिंह की बेटी आसमा की। हालांकि, यह शादी बहुत पहले तय हुई थी, लेकिन दोनों किसान आंदोलन के चलते रीवा की करहिया मंडी में 75 दिन से धरना दे रहे हैं।
किसान नेता रामजीत ने बताया कि प्रदर्शन की जिम्मेदारी की वजह से वह शादी के लिए समय नहीं निकाल पा रहे थे। यह बात बेटे सचिन और आसमा को पता थी। दोनों ने धरनास्थल पर शादी का सुझाव दिया। यह बात हमने अन्य किसानों से बताई। सबकी राय थी कि एक अच्छा मैसेज जाएगा।