चर्चित शाइन सिटी फर्जीवाड़ा मामले में एक और आरोपी राजीव सिंह को पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार कर लिया है। करोड़ों के घोटाले के आरोपी को जयपुर से लेकर वाराणसी पुलिस आ रही है। चितईपुर सुसवाही निवासी राजीव सिंह प्लाट और लुभावने स्कीम में फ्लैट देने का लालच देकर करोड़ों का घोटाला करता था। शाइन सिटी मामले में ये चौथी गिरफ्तारी है।
वाराणसी कमिश्नरेट के अनुसार राजीव सिंह पर वाराणसी न्यायालय से एनबीडब्ल्यू जारी है। पुलिस कमिश्नर ने फरार राजीव पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। एसीएस होम ने भी इस मामले के मुख्य आरोपी राशिद और आसिफ नसीम पर 05 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
बताया गया कि शातिर राजीव सिंह इस गैंग का प्रमुख सक्रिय सदस्य है। गिरफ्तारी के समय राजीव जयपुर के तारांकित होटल में रूका हुआ था।
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शाइन सिटी इंफ्राटेक कम्पनी के निदेशक राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम ने राजीव सिंह को 2013 में लखनऊ का कम्पनी मैनेजर बनाया था। वर्ष 2014 में राजीव कुमार सिंह को वाराणसी का हेड नियुक्त किया, उस समय राशिद नसीम ने राजीव के नाम से राजा तालाब खजूरी में जमीन का पावर ऑफ अटॉर्नी बनाया। किसानों से जमीन कम्पनी की तरफ से राजीव ही खरीदता था। जमीन बेचने की जिम्मेदारी अमिताभ श्रीवास्तव को दी गईं। उससे राजीव की मुलाकात शाइन सिटी इंफ्रा टेक में ही हुई। अमिताभ के माध्यम से कम्पनी का विस्तार अन्य शहरों में हुआ।
अमिताभ श्रीवास्तव सेल्स डिपार्टमेंट देखता था और वह कंपनी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर था।अभियुक्त राजीव सिंह के विरुद्ध वाराणसी, लखनऊ आदि में काफी मुकदमे दर्ज हैं जिनमे वांछित चल रहा था। ईओडब्ल्यू ने विवेचना के दौरान राजीव सिंह के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किया था। ईओडब्ल्यू से प्राप्त एनबीडब्ल्यू व हुकुम तहरीरी के आधार पर राजीव सिंह व अन्य अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई।