लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में आज बजरंगबली की जयंती पर शिवलिंग को सुंदर से सजाया गया और श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से ही हनुमान चालीसा का पाठ निरंतर किया गया।
मनकामेश्वर मंदिर की महंथ देव्या गिरी ने कहा कि रामभक्त बजरंगबली महाराज का आज जन्मदिन है। आज पूर्णिमा और मंगलवार भी है। ऐसा शुभ दिन वर्षों बाद आता है। हनुमानजी महाराज अष्ट सिद्धी के दाता है। असम्भव को सम्भव बनाने वाले देव है।
उन्होंने एक कथा का जिक्र करते हुए कहा कि हनुमानजी महाराज को श्राप मिला हुआ है कि गुरुकुल में तुम तुम्हारी शक्तियों को भुल जाओगे। जब तक कोई याद नहीं दिलाएगा, उन्हें याद नहीं आएगा। तो आज बहुत सुनहरा मौका है, सारी मानव जाति बेहाल है और आओ सब मिलकर कलयुग के देव श्री हनुमानजी महाराज को उनकी शक्ति याद दिलाऐं। और मानव जाति के अच्छे के लिए अपना योगदान करें।
उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे से ही हनुमान चालीसा के पाठ हम लोग मंदिर में कर रहे हैं। एक घी का दीपक जलाकर कर सभी लोग जहां भी है, वही पाठ करें।
उन्होंने कहा कि इसके साथ में ‘कहहिं रीछपति सुन हनुमाना। का चुप साधि रहेऊ बलवाना।। पवन तनय बल पवन समाना।। बुद्धि विवेक विग्यान निधाना।। कौन सो काज कठिन जगमाही।। जो नहीं होय तात तुम पाहीं।। राम काज लगी तब अवतारा।। सुनतहि भयहु पर्वताकारा।। इसको मन पढ़े, इससे आत्मबल में वृद्धि होगी और कोरोना से लड़ने में ताकत प्राप्त होगी।