प्रसपा (लोहिया) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने आज मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर सैफई में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को पुनः शुरू कराने की मांग उठाई।
शिवपाल यादव ने कहा कि सम्पूर्ण देश भर में फैले निर्मम कोरोना संक्रमण और ऑक्सीजन के आभाव में दम तोड़ते मरीजों के भयावह दृश्यों के मध्य जनपद इटावा स्थित उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई की चिकित्सा व्यवस्था भी दम तोड़ रही है। ऐसी विपरीत परिस्थिति में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई स्थित ऑक्सीजन प्लांट के दो यूनिट बंद पड़े हैं। प्रति यूनिट 27000 (सम्पूर्ण 54000) लीटर क्षमता वाले इन विशाल प्लांटों का दो वर्षों से बंद पड़ा रहना न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि संस्थान में पसरे अकर्मण्यता और भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा करता है।
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उन्होंने कहा कि प्लांट क्रियाशील होने से न सिर्फ संस्थान ऑक्सीजन के लिए आत्मनिर्भर होता बल्कि दूसरे जनपदों व संस्थानों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा होता। ऑक्सीजन प्लांट का दो वर्षों से बंद पड़ा रहना और संज्ञान में न लाया जाना न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही व भ्रष्टाचार का विषय है बल्कि कुछ उच्च अधिकारियों के कमीशनखोरी के चक्कर में चीजों को लटका देने की प्रवृत्ति का भी परिणाम है। ऐसे में प्लांट की इस दशा के लिए जिम्मेदार उच्च अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की भी आवश्यकता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई स्थित ऑक्सीजन प्लांट को तत्काल शुरू करवाया जाना चाहिए। कहा कि, ऐसे कठिन संकट में संस्थान भयावह ऑक्सीजन आपूर्ति संकट का सामना कर रहा है।
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वर्तमान में संस्थान बाह्य आपूर्ति पर निर्भर है, ऐसे में मरीजों का जीवन आपूर्ति व्यवस्था के निर्बाध संचालन के भरोसे ही है। अभी पत्र के लिखे जाने तक संस्थान में कुछ ही घंटों का ऑक्सीजन शेष है और मरीजों का जीवन संकट में है। अतः सैफई स्थित प्लांट को जल्द ही आरम्भ करवाने का कष्ट करें।