मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में हमारी प्राथमिकता का केंद्र लोक स्वास्थ्य और शिक्षा रहेगा।
श्री चौहान यहां विमानतल पर आज पत्रकारों से चर्चा में कहा कि वे वर्ष 2021 का स्वागत करते हुए आज जनसामान्य के बीच पहुंचे हैं। हमारी सरकार सुशासन के लिए प्रतिबद्ध है। लोक कल्याण की हमारी सभी योजनाओं को लाभ प्रत्येक पात्र आवेदक को मिले इस दिशा में हमने कुछ अहम फैसले लिए हैं।
श्री चौहान ने कहा कि 7 दिवस में आवेदनों को निराकृत न करने वाले अधिकारियों पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही आठवें दिन आवेदक को स्वतः ही लाभार्थी मान उसे ‘डीम्ड परमिशन’ देते हुए इसकी सूचना उसके मोबाइल फोन पर अग्रेषित हो जाएगी।
पुलिस मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी हिस्ट्रीशीटर घायल, तीन अपराधी गिरफ्तार
उन्होंने राज्य के मंदसौर, उज्जैन औऱ इंदौर में सामने आई अप्रिय घटनाओं के प्रश्न के उत्तर में कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। हम किसी भी सज्जन व्यक्ति के लिए फूल से ज्यादा कोमल हैं, लेकिन कोई गड़बड़ करता है, माफिया है तो व्यवस्था उसके लिए वज्र से ज्यादा कठोर रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक सेवाओं और सुविधाओं को पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाएगा। इस बात का विशेष ध्यान दिया जाएगा कि सेवाओं के एवज में कोई अवैध लेन-देन न करे।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार के अवसर उत्पन्न करना भी हमारी प्राथमिकता है। इससे पहले शिर्डी से यहां एक विशेष विमान से पहुंचे श्री चौहान ने पंचशील नगर के नागरिकों से भेंट वार्ता की। उन्होंने लोगों से उनकी समस्या जानी और उन्हें उचित निराकरण का भरोसा दिलाया।