मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि संग्रह अभियान के तहत आज यहां एक लाख रुपए की सहयोग राशि का चेक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री से उनके निवास पर निधि संग्रह अभियान का दायित्व निर्वहन कर रहे पदाधिकारियों ने भेंट की। श्री चौहान ने इस अवसर को सौभाग्यशाली बताया। मुख्यमंत्री से भेंट करने वाले पदाधिकारियों में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के निधि समर्पण अभियान के केंद्रीय सह अभियान प्रमुख विनायक राव देशपांडे के अलावा अशोक पांडे, राजेश तिवारी, खगेंद्र भार्गव, पीताम्बर राजदेव और अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
आज निवास पर #श्रीराम_जन्मभूमि_निधि_समर्पण_अभियान में सहयोग राशि दान कर विश्व हिंदू परिषद के श्री विनायकराव देशपांडे जी एवं अन्य गणमान्य साथियों के साथ अभियान का शुभारंभ किया।
आज का दिन मेरे जीवन का सबसे सौभाग्यशाली दिन है। ऐसा लग रहा है, जैसे मानव जीवन सफल हो गया। pic.twitter.com/R15Wv6ISNr
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 15, 2021
भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण में एक ईंट हमारे परिवार की भी लगेगी। राम मंदिर नहीं, सचमुच में यह राष्ट्र मंदिर है।
राम हमारे अस्तित्व हैं, राम हमारे आराध्य हैं, राम हमारे प्राण हैं, राम हमारे भगवान हैं और श्री राम भारत की पहचान हैं। बिना राम के यह देश नहीं जाना जा सकता है। pic.twitter.com/fbolPWh3oU
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 15, 2021
राम मंदिर निधि समर्पण अभियान के तहत राष्ट्रपति कोविंद ने दिया पहला चंदा
श्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज उनके लिए जीवन का सबसे सौभाग्यशाली दिन रहा। ऐसा लगा जैसे मानव जीवन सफल हो गया। श्रीराम मंदिर के निर्माण में एक ईंट उनके परिवार की भी लगेगी। राम मंदिर नहीं, सचमुच में यह राष्ट्र मंदिर है।
राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं, राम हमारी हर सांस में बसे हैं।
यह सौभाग्य है कि अब भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण जनसहयोग से हो रहा है और इसमें गिलहरी की तरह अपना योगदान देने का हमें भी सौभाग्य मिला है।
जय सियाराम! pic.twitter.com/oPZkw8r9C9
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 15, 2021
श्री चौहान ने लिखा है ‘राम हमारे अस्तित्व हैं, राम हमारे आराध्य हैं, राम हमारे प्राण हैं, राम हमारे भगवान हैं और श्रीराम भारत की पहचान हैं। बिना राम के यह देश नहीं जाना जा सकता है। राम हमारे रोम रोम में रमे हैं। राम हमारी हर सांस में बसे हैं।’