भोपाल| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के छात्र-छात्राओं से कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए हरसंभव कोशिश करें, राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है। चौहान द्वारा प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप खरीदने के लिए 16 हजार 208 विद्यार्थियों के खाते में 25 हजार रुपये प्रति छात्र के हिसाब से 40 करोड़ 52 लाख रुपये सिंगल क्लिक से ट्रांसफर किए गए। योजना के तहत इस वर्ष 40 हजार 542 विद्यार्थियों को 101 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जानी है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना बंद कर दी गई थी। पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर छात्रों को प्रोत्साहन देने, हौसला बढ़ाने और प्रतिस्पर्धी भाव पैदा करने वाली यह योजना आज पुन: आरंभ की जा रही है। कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों को यह प्रोत्साहन वचुर्अल आधार पर दिया जा रहा है। अन्यथा मुझे काफी खुशी तो भांजे-भांजियों से मिलने पर होती है।
उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ अपनी रूचि और प्रवृति के क्षेत्र में आगे बढ़े। चौहान ने कहा कि व्यक्ति जो भी लक्ष्य निर्धारित करता है उसे प्राप्त करने का रोडमेप विकसित कर दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर प्रयासरत रहे तो उसे सफलता अवश्य मिलती है।
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प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना 2009 में आरंभ हुई थी। प्रारंभ में माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को लेपटॉप लेने के लिए राशि प्रदान की जाती थी। वर्ष 2013 से अशासकीय विद्यार्थियों को भी इस योजना का लाभ प्रदान किया जाने लगा।