नई दिल्ली। कानपुर के निकट एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत गोली लगने के बाद खून बहने और शॉक की वजह से हुई। रिपोर्ट में सामने आया है कि विकास दुबे को तीन गोलियां मारी गईं। ये तीनों गोलियां उसके शरीर को पार कर गईं। यह इशारा करता है कि उसे करीब से गोली मारी गई। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह सामने नहीं आ सका है कि एसटीएफ ने उस पर कितनी दूरी से गोली चलाई है। बता दें कि जिन संदिग्ध परिस्थितियों में विकास की मौत हुई उस पर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कह चुकी है कि गैंगस्टर विकास दुबे द्वारा भागने का प्रयास करने के बाद आत्मरक्षा में उस पर गोलियां चलाई थीं।
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विकास दुबे के शरीर पर 10 जख्म
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विकास दुबे के शरीर पर 10 जख्म मिले हैं। इसमें से 6 जख्म 3 गोलियों के आरपार होने के हैं। वहीं शेष चार जख्म गोली लगने के बाद गिरने से लगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार विकास दुबे को पहली गोली दाहिने कंधे लगी और अन्य दो गोलियां बाएं सीने में लगी थीं। इसके अलावा विकास दुबे के दाहिने हिस्से में सिर, कोहनी, पसली और पेट में चोटें आईं हैं। बता दें कि एन्काउंटर में मारे गए विकास दुबे का पोस्टमार्टम से पहले कोरोना टेस्ट कराया गया था। हालांकि विकास का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था।
तीन गोलियां आरपार
फोरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट दस इंजरी का जिक्र हैं। इसमें छह इंजरी गोलियों की हैं। यानी तीन गोलियां आरपार (इंट्री-एग्जिट) हुई हैं। एक गोली दोहिने कंधे व अन्य गोलियां बाएं सीने पर लगी थीं। उसके सिर पर हल्का सा जख्म व सूजन भी थी। कोहनी फट गई है। वहीं पेट और पसली में भी थोड़ा गहरा जख्म व सूजन आई। एसटीएफ ने एनकाउंटर में दावा किया था कि विकास ने उन पर गोली चलाई तब उन्होंने जवाबी कार्रवाई की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ब्लैकनिंग का जिक्र नहीं है। इससे ये साफ नहीं हो सका है कि गोली कितनी दूरी से चलाई गई।
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नाटकीय परिस्थिति में हुआ था एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाटकीय घटनाक्रम में मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर विकास दुबे को मार गिराया गया था। पुलिस के अनुसार एएसटीएफ की टीम उसे उज्जैन से लेकर कानपुर आ रही थी। तभी कानपुऱ के निकट भौंती में एसटीएफ की गाड़ी पलट गई। इसके बाद विकास दुबे पुलिस की पिस्टल छीनकर भागा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई विकास दुबे मारा गया। इससे पहले फरीदाबाद से गिरफ्तार कर कानपुर लाया जा रहा विकास का साथी प्रभात भी एन्काउंटर में मारा गया था। बताया जा रहा है उसकी गाड़ी भी पंचर हुई थी। उसने भी पुलिस के हथियार छीनने की कोशिश की थी।