बॉलीवुड की मशहूर फिल्म शोले में मौसी की किरदार निभाने वाली लीला मिश्रा की बड़ी बेटी माधुरी मिश्रा का बुधवार को खेतासराय उनके भतीजे घर निधन हो गया। वह लगभग 92 वर्ष की थी। स्व.माधुरी मिश्रा भी अपनी मां की तरह 10 हिन्दी फिल्मों सहित लगभग एक सौ भोजपुरी फिल्मों में मां, बहन, और मौसी का किरदार निभा चुकी हैं। मूलरूप से वाराणसी की रहने वाली माधुरी मिश्रा की शादी वर्ष 1947 में गोरखपुर में अधिवक्ता जगन्नाथपुर निवासी रामदास धर दुबे के साथ हुई थी। उनकी कोई संतान न होने के कारण उन्होंने अपने भतीजे खेतासराय निवासी व दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता बालकृष्ण मिश्र को गोद लिया था। इसी के चलते उनका अपनी भाभी कृष्णा मिश्रा (पूर्व प्रधानाचार्य) के यहां खेतासराय आना-जाना लगा रहा।
श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम की बागडोर संभालेंगे शिखर धवन
माधुरी मिश्रा खेतासराय के डोभी वार्ड में अपने भतीजे के घर पिछले साल लॉकडाउन के दौरान रहने आई थी। लगभग डेढ़ वर्ष से वह.खेतासराय थीं। बुधवार को अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें डॉक्टरों को दिखाया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। सात वर्ष की उम्र में माधुरी मिश्रा फिल्म मेहताब की रानी में अभिनय कर चुकी हैं। नदिया के पार, गंगा, नैहर की चुनरी जैसी मशहूर भोजपुरी फिल्मों में भी माधुरी मिश्रा के काम को सराहा गया। उनके माता-पिता भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहे। मां लीला मिश्रा ने 700 से अधिक हिंदी और भोजपुरी फिल्मों में काम किया था। वहींं पिता आरपी मिश्रा ने करवट जैसी कई फिल्में बनाई। फिल्म अदाकारा माधुरी मिश्रा के निधन से फिल्म जगत के साथ-साथ जनपद वासियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।