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झील बचाओ अभियान के तहत जमुनाझील में श्रमदान को बढ़ने लगे हाथ

जमुनाझील में श्रमदान को बढ़ने लगे हाथ

जमुनाझील में श्रमदान को बढ़ने लगे हाथ

लखनऊ। मोतीझील और जमुनाझील को संवारने और बचाने के लिए चलाए जा रहे झील बचाओ अभियान के बैनर तले प्रत्येक रविवार चल रहे श्रमदान कार्यक्रम का यह आठवां सप्ताह था।

हर रविवार की तरह इस सप्ताह भी लोगों ने झील बचाओ अभियान के श्रमदान कार्यक्रम में जमकर परिश्रम किया। कड़ाके की ठंढ के बावजूद जमुनाझील को साफ करने में खूब पसीना बहाया व झील में उगी खर पतवार व झाड़ियों की कटाई करने के साथ ही जलकुम्भी सिल्ट व पॉलीथिन के कचरे को भी झील से निकालने का कार्य किया।

इस सफाई श्रमदान में शहर के विख्यात कवि अरविंद झा, पर्यावरण प्रेमी राजीव तिवारी, संयोजक गौरव वाजपेयी, संरक्षक गनेश कन्नौजिया, दीपक, महेश कुमार,अभिषेक निगम, अज्जू त्रिपाठी, विवेक, धीरज सिंह, पंकज, अमित वर्मा, जितेंद्र गांधी, अनुराग चौधरी, रोहित शर्मा, अमन कश्यप,संतोष द्विवेदी, अनुराग चौधरी, शरद तिवारी, श्याम मोहन तिवारी, डॉ सौरभ पालीवाल, नवीन विरमानी,अंशू श्रीवास्तव, सुमित अग्रवाल, शरद गुप्ता, महेश व सुमित गुप्ता आदि लोगों ने इस पुनीत कार्य मे हिस्सा लिया।

श्रमदान के दौरान पूर्व पार्षद रीना विक्रम सिंह ने अपने पुत्र के साथ आकर श्रमदान कर रहे हैं लोगों का उत्साहवर्धन किया व इस जन कल्याणकारी अभियान की प्रशंसा की साथ ही प्रत्येक रविवार को इस कार्यक्रम में आने का वादा भी किया, इस दौरान उनके पुत्र आदित्य सिंह ने भी झील में श्रमदान किया।

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झील बचाओ अभियान के संयोजक गौरव वाजपेयी ने बताया कि उनका यह अभियान झील में एलडीए द्वारा सफाई व सुन्दरीकरण का कार्य शुरू नहीं हो जाता तब तक न ये अभियान रुकेगा और न ही श्रमदान। अभियान के संरक्षक गनेश कन्नौजिया ने बताया की हमारे अभियान ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन देकर अवगत करवा दिया था। उन्होंने शीघ्र जमुनाझील और मोतीझील का सुंदरीकरण कराए जाने का आश्वासन भी दिया है।

इसी कड़ी में प्रदेश के कानून मंत्री व मध्य क्षेत्र लखनऊ के विधायक बृजेश पाठक को लखनऊ कैंट के विधायक सुरेश चंद्र तिवारी को लखनऊ पश्चिम के विधायक सुरेश श्रीवास्तव को व भारतीय जनता पार्टी नगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा को भी जमुनाझील व मोतीझील बचाने हेतु ज्ञापन दिया जा चुका है। सभी जगह से सकारात्मक जवाब मिले हैं, और लविप्रा पर भी इन झीलों के सौंदर्यीकरण के लिए दबाव बढ़ने लगा है। हमारे अभियान का संकल्प ही दोनों झीलों का कायाकल्प है।

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