नई दिल्ली| इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में इनसाइडर और आउटसाइडर की बहस ने जोर पकड़ा हुआ है और अब इसमें नेशनल अवॉर्ड विनर श्वेता बासु ने भी अपनी राय रखी है। श्वेता ने कहा कि मैं भी एक आउटसाइडर थी, लेकिन मेरे साथ कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि मुझे बाहर का समझा गया हो। हां, सीनियर और जूनियर कलाकार वाला ट्रीटमेंट होता है लेकिन वो सही भी है।
श्वेता ने कहा कि मैंने 10 साल की उम्र से काम करना शुरू किया लेकिन कभी मुझे ऐसा नहीं लगा कि कोई मुझे बाहर का समझ रहा है बल्कि सभी ने मेरे अच्छे और बुरे समय में मेरा साथ दिया। मैंने शबानी जी से लेकर मिथुन चक्रवर्ती तक सभी के साथ काम किया।
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श्वेता ने बताया कि किस तरह से फिल्म मकड़ी के दौरान वह शबाना आजमी को देखकर डर गई थीं और वहां से भाग गई थीं। उन्होंने बताया कि पहली बार जब मैं ‘मकड़ी’ की शूटिंग के दौरान शबाना जी से मिली थी तो उन्होंने चुड़ैल का मेकअप किया हुआ था और मैं सीधे उनके कमरे में जा घुसी थी। जैसे ही उन्होंने मुंह ऊपर करके मुझे देखा मेरी चीख निकल गई क्योंकि मुझे लगा था कि वह असली में चुड़ैल हैं।
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श्वेता इन दिनों ‘हॉस्टेज 2’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं और उन्होंने कहा कि मुझे इस वेब सीरिज में सबसे ज्यादा दिलचस्प बात ये लगी कि इसमे मुझे करने के लिए काफी कुछ मिला। इसके साथ ही उन्होंने साथी कलाकारों जैसे डीनो मोरिया और रोनिय रॉय के बारे में बात करते हुए कहा कि उनके साथ काम करके काफी कुछ सीखने को मिला। मैंने सीरीज का पहला पार्ट देखा था तो सोचा नहीं था कि मैं भी इसका हिस्सा बनूंगी, लेकिन जब मुझे इसका आफर आया तो मैंने हां कर दी। हालांकि, इस बार पहले जैसा कुछ नहीं है क्योंकि अब पूरा खेल ही पलट गया है।