संभल। जिले के कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में सामूहिक बलात्कार की 16 वर्षीय कथित पीडिता द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ने शुक्रवार को लापरवाही के आरोप में कुढ़ फतेहगढ़ के थाना प्रभारी को निलंबित (Suspended) कर दिया है। पुलिस ने पीडित परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था भी की है।
मुरादाबाद परिक्षेत्र के डीआईजी शलभ माथुर ने पत्रकारों को बताया कि लापरवाही के चलते कुढ़ फतेहगढ़ के थाना प्रभारी अजीत सिंह को निलंबित (Suspended) कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त घटना की विवेचना जल्दी से जल्दी पूरी कर आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी। माथुर ने बताया कि पीडित परिवार की सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इससे पहले घटना के सिलसिले में प्रथम दृष्टया लापरवाही के चलते जांच अधिकारी को निलंबित किया गया था। उन्होंने कहा कि एक महीने पहले मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया और इसमें लापरवाही के चलते कुढ़ फतेहगढ़ थाने के थाना प्रभारी को भी निलंबित किया गया है।
डीएम मनीष बंसल ने बताया कि परिवार की सुरक्षा के लिए दो पुलिस कांस्टेबल (आरक्षी) सादी वर्दी में तैनात किए गए हैं। बंसल ने बताया कि साथ ही परिवार के भरण पोषण के लिए पीडिता के बड़े भाई को नगर पालिका या नगर पंचायत में आउटसोर्सिंग की जॉब दी जाएगी।
शुक्रवार को मुरादाबाद परिक्षेत्र के डीआईजी शलभ माथुर और जिलाधिकारी मनीष बंसल एवं पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पीडिता के गांव में परिजनों से मुलाकात कर आवश्यक निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि संभल जिले के कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में कथित सामूहिक बलात्कार की 16 वर्षीय पीडिता की आत्महत्या के बाद चारों आरोपियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने बताया कि कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में चार लोगों पर सामूहिक बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने वाली 16 वर्षीय लड़की ने कथित रूप से किसी भी आरोपी के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से क्षुब्ध होकर बुधवार को फांसी लगा ली थी।
मिश्रा ने कहा कि इसके बाद इस मामले में चारों आरोपियों वीरेश, विपिन, जिनेश और सोमेंद्र को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने पर जांच अधिकारी अनिल कुमार को निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। मिश्रा ने बताया कि लड़की ने पिछली 15 जुलाई को थाने में सोमेंद्र के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने वीरेश, विपिन और जिनेश के नाम भी बताए थे, जिसके बाद उन्हें भी मुकदमे में आरोपी बनाया गया।