नई दिल्ली| सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई ने हाल ही में सिद्धार्थ पिठानी से पूछताछ की है। रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धार्थ ने अपने बयान में 14 जून का पूरा किस्सा बताया जिस दिन सुशांत ने आत्महत्या की थी।
सिद्धार्थ के बयान के मुताबिक, 14 जून की सुबह 10-10.30 के बीच मैं हॉल में अपना काम कर रहा था और 10.30 बजे के करीब केशव ने मुझसे कहा कि सुशांत सर दरवाजा नहीं खोल रहे हैं। मैंने दिपेश को बुलाया और हम दोनों ने जाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन सुशांत ने दरवाजा नहीं खोला।
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तभी मुझे मीतू दीदी का फोन आया और उन्होंने कहा कि मैंने सुशांत को फोन किया लेकिन वह फोन उठा नहीं रहा। हमने उन्हें बताया कि हम भी कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह दरवाजा नहीं खोल रहा है। मैंने मीतू दीदी को घर बुलाया।
मैंने वॉचमैन से कहकर चाबीवाले को बुलाने को कहा लेकिन वॉचमैन ने ठीक से मदद नहीं की। फिर मैंने गूगल से रफीक चाबीवाले का नंबर निकालकर दोपहर 1.06 मिनट पर कॉल किया। उसने मुझसे 2000 रुपये मांगे। रफीक के कहने पर मैंने उसे लॉक का फोटो और घर का पता भेजा। दोपहर 1.20 मिनट पर रफीक अपने एक साथी के साथ वहां पहुंचा। उसने लॉक देखकर चाबी नहीं बनाने की बात कही तो मैंने उसे लॉक तोड़ने के लिए कहा।
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सिद्धार्थ ने आगे बताया, इसके बाद चंडीगढ़ से नीतू दीदी का कॉल आया और मैंने उन्हें सब बताया। फोन पर पीछे से सुशांत के जीजा ओपी सिंह की आवाज आई कि सुशांत को नीचे उतार दो। नीतू दीदी ने भी यही कहा। फिर मैंने नीरज से चाकू लाने को कहा। मैंने चाकू से कपड़े को काटा और फिर सुशांत को नीचे बेड पर लेटा दिया। उसी समय मीतू दीदी वहां पहुंच गईं।