लखनऊ। विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालयों पर अलग-अलग नजारा देखने को मिला। भाजपा कार्यालय में जहां जश्न का माहौल रहा, वहीं विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर भीड़ तो जुटी, लेकिन उसमें उत्साह कम था। कारण, सपा कार्यकर्ता अपनी पार्टी के पक्ष में अंतिम समय में चमत्कार की उम्मीद कर रहे थे। कांग्रेस और बसपा मुख्यालय (BSP-Congress Offices) में सन्नाटा पसरा रहा।
सपा कार्यालय के बाहर पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ खड़े लखनऊ इकाई के पार्टी कार्यकर्ता राजू यादव ने यह कहकर लोगों को सान्त्वना दी कि मतगणना अभी जारी है और हम अच्छे की उम्मीद कर रहे हैं।
माल एवेन्यू स्थित उप्र कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। जो पार्टी कार्यकर्ता वहीं मौजूद थे, वे पार्टी उम्मीदवारों के प्रदर्शन को जानने के लिए विभिन्न समाचार चैनलों के चैनल पलटते देखे गये। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के कांग्रेस कार्यालय से गायब होने के बावजूद 53 वर्षीय पार्टी कार्यकर्ता अनोखे लाल तिवारी निराशा महसूस कर रहे थे, क्योंकि उनके अनुसार पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। उन्होंने कहा कि प्रियंका दीदी ने पार्टी के लिए व्यापक प्रचार किया, लेकिन पार्टी इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। हालांकि, आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी और हम बेहतर परिणाम लायेंगे।
माल एवेन्यू स्थित बहुजन समाज पार्टी कार्यालय के बाहर सन्नाटा छाया हुआ था। पार्टी कार्यालय के अंदर बैठे कार्यकर्ताओं ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी (दोनों भाजपा के सहयोगी) के कार्यकर्ताओं में जोश देखा गया, क्योंकि दोनों पार्टियों के नेता उन रुझानों से गुजर रहे थे जो लगातार सामने आ रहे थे। अपना दल (सोनेलाल) के वरिष्ठ नेता आशीष पटेल पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ के मॉल एवेन्यू में पार्टी कार्यालय में थे, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों से आने वाले रुझानों पर नजर रख रहे थे। आशीष पटेल राज्य के विभिन्न हिस्सों के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के संपर्क में भी थे और उनसे पार्टी उम्मीदवारों के प्रदर्शन के बारे में फीडबैक ले रहे थे।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद अपने पार्टी कार्यालय में थे। वह विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे और विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन के बारे में उनकी प्रतिक्रिया ले रहे थे। पत्रकारों से बात करते हुए संजय निषाद ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से पार्टी को सकारात्मक परिणाम मिले हैं। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) कार्यालय के पार्टी कार्यकर्ता भी चुनाव परिणामों से निराश हैं।