डबलिन। आयरलैंड की तस्वीर अब बदल सकती है, क्योंकि यहां लियो वराडकर के इस्तीफे के बाद देश की कमान युवा हाथों में सौंपी जा रही है। सत्तारूढ़ फाइन गेल पार्टी ने भारतीय मूल के साइमन हैरिस (Simon Harris) को प्रधानमंत्री के रूप में चुना है। 37 साल के हैरिस देश के सबसे कम उम्र के पीएम बन गए हैं।
इससे पहले भारतीय मूल के लियो वराडकर आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। उन्होंने पिछले महीने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि हैरिस पीएम बन सकते हैं और ऐसा ही हुआ। आयरलैंड की संसद में मंगलवार को हैरिस (Simon Harris) के समर्थन में 88 वोट पड़े। उन्हें गठबंधन की साझेदार पार्टियों फिएना फेल और ग्रीन पार्टी के अलावा कई निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन मिला।
अपने लोगों के लिए करूंगा काम
प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद हैरिस (Simon Harris) ने कहा कि वह इस महान देश का प्रधानमंत्री चुना जाने को लेकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं हमारे लोगों की उम्मीदों, सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए रोजाना मेहनत से काम करूंगा।’
भारत ने दी बधाई
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने पर साइमन हैरिस (Simon Harris) को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘हम हमारे ऐतिहासिक संबंधों को अत्यधिक महत्व देते हैं जो लोकतांत्रिक मूल्यों में साझा विश्वास पर आधारित हैं। भारत-आयरलैंड द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हूं।’
क्या है राजनीतिक अनुभव
साइमन हैरिस (Simon Harris) पार्टी की युवा शाखा से स्नातक होने के बाद, कम उम्र से ही राजनीति में सक्रिय हैं। अपनी स्नातक की डिग्री पूरी न करने के बावजूद, उन्होंने जल्द ही खुद को एक समर्पित राजनेता के रूप में स्थापित कर लिया। उन्होंने पार्टी के अंदर विभिन्न भूमिकाएं निभाईं।
इसके बाद उनके अनुभव की बात करें तो हैरिस ने 2016 से 2020 के मध्य तक एक महत्वपूर्ण अवधि के दौरान आयरलैंड के स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाली, जहां उन्होंने कोविड-19 महामारी के लिए देश की प्रतिक्रिया के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वराडकर की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री का पद संभालते हुए, इन भूमिकाओं में उनके कार्यकाल ने उनकी नेतृत्व क्षमताओं और नीति विशेषज्ञता को आकार दिया है।
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– हैरिस 16 साल की उम्र में फाइन गेल पार्टी से जुड़े थे।
– वह मात्र 22 साल की उम्र में काउंटी काउंसिल बने।
– 2011 में 24 साल की उम्र में वह सांसद चुने गए थ।
– 2016 में कैबिनेट में बतौर स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया गया था।
– इसके बाद उन्हें 2020 में उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया।