लखनऊ। गणतंत्र दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले मेडल की घोषणा कर दी है। इस अवार्ड के घोषणा के साथ ही यूपी कैडर के आईपीएस अफसर और उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार एक बार फिर सुर्खियों में हैं।
उन्हें गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा गया है। इस अवार्ड से प्रशांत कुमार को गणतंत्र दिवस पर नवाजा जाएगा। इस बार देश भर से कुल 189 पुलिसकर्मियों को मेडल दिए जाएंगे।
बता दें कि इससे पहले पिछले गणतंत्र दिवस पर प्रशांत कुमार को गौतमबुद्धनगर में 25 मार्च 2018 को डेढ़ लाख के इनामी बदमाश श्रवण को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने के मामले में वीरता के लिए पुलिस पदक प्रदान किया गया था। मुठभेड़ के दौरान एडीजी के सीने पर बदमाश की ओर से चलाई गई गोली लगी थी, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से उनकी जान को खतरा होने से बच गया था। एडीजी प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक दूसरी बार प्रदान किया गया है।
Republic Day 2022: 939 पुलिसकर्मी वीरता पुरस्कार से होंगे विभूषित
फिल्मों में रील लाइफ सिंघम तो आपने बहुत देखे होंगे लेकिन रियल सिंघम से मिलना है, उन्हें देखना है, उनके बारे में जानना तो फिर इनके बारे में जरूर जानिये। वैसे इन्हें कौन नहीं जानता। लेकिन फिर भी हम आपको बताते हैं। प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अफसर हैं, उनका कैडर उत्तर प्रदेश है। राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हैं। इनको समझने के लिए इतना ही काफी है। वैसे तो ये खुद को सुर्खियों से दूर रखना चाहते हैं। लेकिन इनके काम करने का अंदाज ही ऐसा अनोखा कि खबर बन ही जाती है।
मूलत बिहार के रहने वाले प्रशांत कुमार का आईपीएस में चयन 1990 में तमिलनाडु कैडर में हुआ था। लेकिन 1994 में निजी कारणों से यूपी कैडर में ट्रांसफर हो गए। एडीजी प्रशांत कुमार की जहां भी तैनाती हुई अपराध और अपराधी हमेशा उनके टारगेट पर रहे।