बाराबंकी जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर तराई में बसा 1500 लोगों की आबादी वाला गांव है सिसौड़ा। इस गांव में वैक्सीन को लेकर लोगों में इतना डर है कि रविवार को जब स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां वैक्सीनेशन के लिए पहुंची तो गांव के करीब 200 लोग वैक्सीन के डर से भागकर सरयू किनारे पहुंच गए। स्वास्थ्य टीम जब नदी किनारे पहुंची तो इन लोगों ने नदी में छलांग लगा दी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें समझाकर बाहर निकाला।
बाराबंकी जनपद की तहसील रामनगर के तराई के एक गांव सिसौड़ा में ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गांव में टीकाकरण कराने को सूचना से ही ग्रामीण खौफज़दा हो गए और वह गांव के बाहर से बह रही सरयू नदी के किनारे आकर बैठ गए।
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स्वास्थ्य विभाग की टीम को जब यह सूचना मिली कि ग्रामीण गांव से बाहर नदी की तरफ हैं तो वो उन्हें समझाने गए। अपनी तरफ टीम को आता देख कर ग्रामीण इतने भयभीत हो गए कि उन्हें भागने का रास्ता नही सूझा और टीम से बचने के लिए उन्होंने सरयू नदी में छलांग लगा दी। छलांग लगाते समय ग्रामीणों ने अपनी जान की परवाह भी नहीं की।
ग्रामीणों को नदी में छलांग मारता देख स्वास्थ्य विभाग की टीम के हाथ पांव फूल गए और ग्रामीणों से बाहर आने का अनुरोध करने लगे मगर ग्रामीण बाहर निकलने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद रामनगर SDM राजीव शुक्ल और नोडल अधिकारी राहुल त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और दोनों ने लोगों को काफी समझाया जिसके बाद लोग नदी से बाहर निकले
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वैक्सीन को लेकर ग्रामीणों में इस कदर भ्रांतियां फैली हैं कि 1500 लोगों की आबादी वाले सिसौड़ा गांव में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कड़ी मशक्कत के बावजूद सिर्फ 14 लोगों ने वैक्सीन लगवाई।