हरिद्वार में इस साल अप्रैल में हुए कुंभ मेले के आयोजन के दौरान कोविड टेस्टिंग घोटाले में पहली गिरफ्तारी की गई है। इस मामले में जांच कर रही विशेष जांच टीम यानी एसआईटी ने मामले में आरोपी लैब को संसाधन मुहैया कराने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
हरिद्वार के सर्कल अफसर अभय प्रताप सिंह ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा नलवा लैब को वर्करों और सामग्री मुहैया कराने वाले आरोपी आशीष को हिरासत में लिया गया है।
कोविड टेस्ट के फर्जीवाड़े के मामले में जिन दो लैब्स पर आरोप लगे हैं, उनमें से नलवा लैब एक है। दूसरी आरोपी लैब का नाम लालचंदानी लैब है। इन दोनों लैब्स के खिलाफ आईपीसी की 120 बी और 420 धाराओं के साथ ही आपदा प्रबंधन एक्ट और महामारी एक्ट के तहत भी मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
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समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक नलवा लैब के साथ जुड़ाव के चलते मामले में पहली गिरफ्तारी की गई, जिसकी पुष्टि गुरुवार को सिंह ने की। इस साल अप्रैल में हुए कुंभ मेले को बाद में संक्रमण के लिहाज़ से सुपर स्प्रेडर माना गया।
गिरफ्तार किया गया आरोपी आशीष हरियाणा का रहने वाला बताया गया है। पुलिस ने कहा है कि आशीष को जल्द ही स्थानीय कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि बाद में सुपर स्प्रेडर करार दिए गए कुंभ मेले के आयोजन के दौरान करीब एक लाख फर्जी कोविड टेस्ट रिपोर्ट जारी किए जाने का मामला सामने आया था, जिसमें हरिद्वार प्रशासन के कुछ अफसरों को भी जांच के दायरे में लिये जाने की खबरें आ चुकी हैं।