उत्तर प्रदेश सरकार ने सहारनपुर के टपरी कोऑपरेटिव डिस्टलरी में आबकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से करीब 100 करोड़ रुपए की टैक्स और एक्साइज ड्यूटी की चोरी का मामला उजागर होने पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उप-आबकारी आयुक्त समेत 12 को निलंबित करते हुए मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है।
राज्य के आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि टपरी शराब फैक्ट्री मामले में आबकारी विभाग के 10 कर्मचारियों को निलंबित करते हुए टपरी डिस्टलरी के सम्बंधित सभी लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है।
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उन्होंने बताया कि इस मामले में सहारनपुर मंडल के उप आबकारी आयुक्त राकेश कुमार चतुर्वेदी, सहायक आबकारी आयुक्त रामपाल सहित आबकारी विभाग के दस अधिकारी व कर्मचारी निलंबित किए गए। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सहारनपुर समेत पांच जिलों कानपुर, उन्नाव, बदायूं और संभल के देशी शराब की थोक आपूर्ति के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि तीन फरवरी को एसटीएफ ने टपरी शराब फैक्ट्री पर छापा मारा था और अवैध रुपये से शराब भेजने का मामला पड़का था और मौके से 1500 पेटी शराब पकड़ी थी। इस सिलसिले में फैक्ट्री कुशीनगर निवासी उपेंद्र गोविंद राव ,बॉटलिंग इंचार्ज देवरिया निवासी हरिशरण तिवारी ,सहारनपुर निवासी केमिस्ट अरविंद कुमार सिंह ,प्रदीप राठी बारकोडिंग कम्प्यूटर आपरेटर, ट्रांसपोर्टर भिवाणी हरियाणा निवासी जय भगवान शर्मा, सहारनपुर निवासी ट्रक चालक गुल शेर, क्वालटी कंट्रोलर संजय शर्मा और बाटलिंग सुपरवाइजर मांगे राम त्यागी को गिरफ्तार किया गया था।
इस सिलसिले में टपरी फैक्ट्री के अधिकारियों ,कर्मचारियों एवं ट्रांसपोर्टरों, लोकल डिस्ट्रीब्यूटर को हिरासत में उनसे गहन पूछताछ की गई थी।