मुंबई। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने कहा कि मालाड में टेलेंट मैनेजर दिशा सालियन (Disha Salian) की मौत की जांच स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) करेगी। इस संबंध में अगर किसी के पास सबूत हैं तो वे एसआईटी को दे सकते हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस मामले में किसी को जानबूझकर परेशान नहीं किया जाएगा। बालासाहेब की शिवसेना के विधायक भरत गोगावले ने विधानसभा में कहा कि 8 जून, 2020 को टेलेंट मैनेजर दिशा सालियन (Disha Salian) की उनके इमारत से ही गिरने से मौत हो गई थी। इस मौत पर शुरू से ही शक व्यक्त किया जा रहा है। इसलिए मामले की एसआईटी गठित कर पारदर्शी जांच की जानी चाहिए।
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायक नीतेश राणे ने कहा कि इस मामले की छानबीन में बिहार पुलिस ने एयू का उल्लेख किया है। नीतेश राणे ने कहा कि एयू का मतलब आदित्य उद्धव ठाकरे हो सकता है, इसलिए मामले में आदित्य ठाकरे का भी नार्को टेस्ट करना चाहिए। इस मुद्दे पर सत्तापक्ष के ही विधायक शोरशराबा कर रहे थे, इससे सदन का कामकाज 5 बार स्थगित करना पड़ा। इसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की एसआईटी जांच की घोषणा की।
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विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कहा कि दिशा सालियन की मौत के बाद इस मामले की जांच सीबीआई ने की थी और इस मामले को आत्महत्या का मामला माना था। साथ ही दिशा सालियन के माता -पिता खुद राष्ट्रपति से मिलकर उनकी बेटी की मौत के इस मुद्दे पर राजनीति किए जाने पर दुख व्यक्त किया था। इसलिए एक बार सीबीआई की ओर से मामले को आत्महत्या बताए जाने पर फिर से इसकी जांच उचित नहीं है।
अजीत पवार ने कहा कि अगर दिशा सालियन की मौत की जांच कर रहे हो तो पूजा चव्हाण मौत मामले की भी जांच करनी चाहिए। पूजा चव्हाण मौत मामले में मंत्री संजय राठोड़ पर आरोप लगाया गया था।