लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार दलित लड़की का जबरदस्ती अंतिम संस्कार किये जाने के आरोप के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभ्य समाज को झकझोर देने वाली घटना की जांच के लिये विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने बुधवार सुबह ट्वीट कर बताया कि मामले की जांच तीन सदस्यीय एसआईटी टीम करेगी। विशेष जांच दल का नेतृत्व गृह सचिव भगवान स्वरूप करेंगे जबकि दो अन्य सदस्यों में पुलिस उपमहानिरीक्षक चंद्र प्रकाश और पीएसी कमांडेंट आगरा सुश्री पूनम शामिल हैं।
हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे।
प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा।
त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020
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श्री योगी ने ट्वीट किया “ हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे। प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। ”
Culprits of #Hathras gangrape incident will not be spared. An SIT has been formed to investigate the incident, the team will submit a report within next 7 days. To ensure swift justice, this case will be tried in a fast-track court: Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath (File photo) pic.twitter.com/Lr9G9oIQaV
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2020
उन्होने कहा “ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाथरस की घटना पर बात की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।”
एसआईटी एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी। सरकार मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने के आदेश पहले ही कर चुकी है। इसके अलावा पीड़िता के परिजनो को दस लाख रूपये का मुआवजा दिया गया है। मामले में वांछित सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।