कानपुर। प्रधानमंत्री आवास के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के छह आरोपी को रेल बाजार पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। यह लोग शहर ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग जगह रहने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास के नाम पर ठगी का काम करते थे।
प्रधानमंत्री आवास योजना में ठगी का अनोखा तरीका यह लोग अपनाते थे। यह लोग सबको कॉल करके बोलते थे कि पीएम आवास योजना से अधिकारी बोल रहा हूं आपकी कॉलोनी कंफर्म हो गई है आप लेना चाहते हैं या नहीं। अगर हां तो आपको कुछ धनराशि जमा करनी होगी, जिसमें कुछ रुपये फार्म चार्ज के जमा होंगे जिसमें कुछ पैसा किस्तो में जमा होंगे।
कुछ दिनों बाद दोबारा किस्त जमा करने के लिए फोन आता है या फिर योजना से संबंधित दस्तावेजों को पूरा करने के लिए आता था। फोन करके ये लोग खाता संख्या और खाते में मोबाइल नंबर भी फ्रॉड से लेते थे।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब रेल बाजार थाना क्षेत्र की रहने वाली रजिया बेगम ने बीती 03 जनवरी को रेल बाजार पुलिस को सूचना दी कि प्रधानमंत्री आवास के नाम पर उसके साथ ठगी की गई है। जिसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी।
क्राइम ब्रांच ने जांच के दौरान नंबर ट्रेस किया तो सचेंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले राम बहादुर को दबोचा। जब राम बहादुर से पूछताछ की गई तो उसने अपने साथियों के शिव सिंह, लाला, ननके, बाबू सिंह और सोनू के बारे में जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि इनके साथ जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी ली जा रही है।
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि जांच में करीब 500 लोगों के शिकार होने की बात सामने आई है। ठगी के करीब छह लाख रुपये इनके खाते में पाए गए थे जिनको फ्रीज कर दिया गया है और बाकी की कार्यवाही की जा रही है।