राजधानी स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे न्यू अर्बन इंडिया कानक्लेव में दूसरे दिन यानि बुधवार के सत्र में प्रगति के साथ सस्टेनेबिलिटी को बनाये रखने पर जोर दिया गया। आज मेकिंग सिटी स्मार्ट टूवर्डस मेकिंग ए शिफ्ट फ्राम मिशन टू मोमेन्ट तथा इण्डिया मेट्रो रेल सिस्टम एवं 100 इयर्स आफ इंडिपेन्डेन्स विषय पर प्रस्तुतीकरण किया गया।
मेकिंग सिटी स्मार्ट विषय पर केंद्रीय शहरी विकास कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर सिंह एवं एमडी स्मार्ट सिटी मिशन भारत सरकार कुणाल कुमार ने अपने विचार रखे।
भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने पर मेट्रो रेल की दिशा-दशा पर आयोजित सेशन में एमडी दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन डाॅ मंगू सिंह, एमडी (एनसीआरटीसी) विनय कुमार सिंह, एमडी (सीएमआरएल) प्रदीप यादव, डायरेक्टर (सिस्टम केएमआरएल) दिलीप कुमार सिन्हा, एमडी (यूपी एमआरसीएल) कुमार केशव तथा एमडी (महामेट्रो) ब्रिजेश दीक्षित ने प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया।
सचिव शहरी विकास कार्य मंत्रालय भारत सरकार दुर्गाशंकर सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी संकल्पना का आशय है कि उपलब्ध संसाधनों से ही लोगों को अधिक से अधिक संतुष्ट किया जाय तथा साथ ही साथ स्थायित्व पर ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना का उद्देश्य है कि विकास सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय हो और वह सतत भी है।
लखीमपुर कांड पर टिप्पणी से पहले अपने गिरेबान में देखें पवार : सिद्धार्थ नाथ
सीवर एवं पीने के पानी के सम्बंध में जगन्नाथ पुरी एवं इन्दौर का उदाहरण देेते हुए दुर्गाशंकर सिंह ने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि हर नल में स्वच्छ पानी 24 घन्टे उपलब्ध हो सके। सीवर वाटर ट्रीटमेंट के माध्यम से स्वच्छ कर नदियों में छोड़ा जाय। इसके लिए उन्होंने इन्दौर में कान्ह एवं सरस्वती नदियों का उदाहरण दिया।
उन्होंने कहा कि नए विकसित होने वाली कालोनियां एवं शहर सुनियोजित हों और पहले से स्मार्ट रूप में बसायी जाएं। आगे जो ग्रोथ हो वह स्मार्ट हो। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी एक डेस्टिनेशन नहीं है बल्कि यह एक यात्रा है। स्मार्ट सिटी एक माइन्ड थिंक है। माइन्ड सेट में बदलाव एवं तकनीकि को विकसित कर लोगों के जीवन को आसान बनाना है।
सिंह ने कहा कि मेट्रो परियोजना पर कार्य बहुत तीब्र गति से चल रहा है। 1000 किमी दूरी को एक करोड़ यात्रियों के साथ कवर करने का लक्ष्य 2021 तक प्राप्त करने का था, लेकिन कोविड महामारी की वजह से इसमें थोड़ी बाधा जरूर आयी। इसके बावजूद 900 किमी की दूरी तक मेट्रो कार्य हो चुका है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 100 वर्ष जब हम मनाये तो हमारा लक्ष्य है कि कम से कम 100 शहरों को मेट्रो से कवर कर लिया जाय। शहरों की बढ़ती आबादी का देखते हुए मेट्रो सिटी बनाना आवश्यकता बन चुकी है। दिल्ली मेट्रो यदि न होती तो लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना दूभर हो जाता। उन्होंने कहा कि अगले माह तक हम आस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों को स्वदेश निर्मित कोचों की मांग पूरी करने जा रहे हैं। यह प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के सपने का साकार करने वाला साबित होगा।
आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के अन्तर्गत इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार से तीन दिवसीय न्यू अर्बन इंडिया कानक्लेव का आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल इसका उद्घाटन किया था। कानक्लेव में राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।