उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा है कि सिंचाई विभाग के बड़े जलाशयों, नहरों, बांधों के आस-पास खाली जमीनों पर सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करके विद्युत का उत्पादन किया जायेगा।
डाॅ0 सिंह ने मंगलवार को यहां सौर ऊर्जा उत्पादन की सम्भावनाओं पर आधारित प्रस्तुतिकरण एवं प्रस्ताव का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के बड़े जलाशयों, नहरों, बांधों के आस-पास खाली जमीनों पर सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करके विद्युत का उत्पादन किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सिंचाई विभाग तथा ऊर्जा विभाग के साथ समन्वय करके पूरे प्रदेश का सर्वे सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित करेगा। सौर ऊर्जा का उत्पादन पीपीपी माॅडल के आधार पर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए यह क्रान्तिकारी कदम होगा। सिंचाई विभाग बिजली उपयोग करने के बजाय आम जनता को सस्ती, सुरक्षित ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने में सफल होगा।
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डाॅ0 सिंह ने कहा कि पानी पर तैरती सौर ऊर्जा के संकल्प को साकार करने के लिए कारगर रणनीति अपनाते हुए 15 दिन के अन्दर रिपोर्ट पेश किया जाय। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग, नेडा एवं ऊर्जा विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय कर सिंचाई विभाग के जलाशयों के ऊपर तथा खाली जमीनों पर सौर पैनल स्थापित करने के लिए कार्य करना शुरू कर दें।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि सोलर ऊर्जा उत्पादन करने के लिए तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित की जाय और इसके लिए सिंचाई एवं ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर पूरे प्रदेश का सर्वे कराया जाय और सोलर पैनल स्थापित किये जाने वाले स्थानों को चिन्हित कराया जाय। उन्होंने कहा कि इस मामले में विलम्ब नहीं होना चाहिए और जहां से भी इससे सम्बंधित अच्छी जानकारी प्राप्त हो, उसका उपयोग करते हुए रिपोर्ट तैयार की जाय।