नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) सोमवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने संसद में 90 मिनट का भाषण दिया और हिंदू, अग्निवीर समेत 20 मुद्दों पर बोले। इस बीच लोकसभा में दिए गए भाषण से राहुल गांधी के कुछ बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। इनमें उद्योगपति अडानी, अंबानी, कोटा में पूरी परीक्षा केंद्रीकृत है और अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए है जैसे बयान शामिल हैं।
लोकसभा की चर्चा से राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) का वो बयान भी हटाया गया है जिसमें उन्होंने बीजेपी द्वारा अल्पसंख्यकों के साथ अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया। इसके अलावा अग्निवीर सेना की नहीं, बल्कि पीएमओ की योजना है और खुद को हिंदू कहने वाले हिंसा करते हैं वाला बयान भी रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।
राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) , सरकार को घेरने के लिए भगवान शिव, गुरुनानक और जीसस क्राइस्ट की तस्वीर लाए थे। राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शिव जी किसी से न डरना सिखाते हैं और न ही किसी को डराना। राहुल गांधी ने 20 मुद्दों पर सरकार को घेरा।
इसमें हिंदू, अग्निवीर, किसान, मणिपुर, NEET, बेरोजगारी, नोटबंदी, GST, MSP, हिंसा, भय, धर्म, अयोध्या, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, प्रधानमंत्री और स्पीकर शामिल हैं।
पीएम मोदी और अमित शाह ने राहुल ( Rahul Gandhi) के बयान पर जताई आपत्ति
राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) के बयान पर पीएम मोदी के साथ अमित शाह और राजनाथ सिंह ने कड़ी आलोचना की। राहुल गांधी ने संसद में जैसे ही हिंदू वाला बयान दिया वैसे ही हंगामा खड़ा हो गया। इसके बाद पीएम मोदी अपनी सीट से खड़े हुए और राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई।
‘गुजरात में हम आपको हराएंगे…’, लोकसभा में राहुल गांधी की BJP को चुनौती
राहुल गांधी के बयान के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हिंदू समाज को हिंसक कहना गलत है। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ये करोड़ों हिंदुओं का अपमान है। हिंसा को किसी धर्म के साथ जोड़ना गलत है। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।