इटावा। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को मिले अपार जनसमर्थन के बाद समाजवादी पार्टी (SP) और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Praspa) का विलय हो गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) ने गुरुवार को संयुक्त रूप से सैफई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह घोषणा की।
अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का झंडा चाचा शिवपाल को दिया। मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उपचुनाव हुआ था। ऐसे में मुलायम की विरासत कही जाने वाली यह सीट सपा परिवार के लिए काफी अहम मानी जा रही थी। यही वजह थी कि चुनाव से पहले अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव से पुरानी अदावत खत्म करने के लिए तैयार हो गए थे। इसके बाद शिवपाल यादव और अखिलेश ने इस सीट पर मिलकर प्रचार किया था।
अखिलेश ने शिवपाल (Shivpal) को थमाया सपा का झंडा
सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने इस सीट पर प्रचंड जीत हासिल की है। जीत से उत्साहित अखिलेश यादव चाचा शिवपाल से मिलने उनके घर पहुंचे। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का झंडा शिवपाल सिंह यादव को दिया। इसी के साथ शिवपाल यादव पूरी तरह से सपा में शामिल हो गए। ये झंडा शिवपाल की गाड़ी पर लगाया गया। इसी बीच यहां मौजूद सपा और प्रसपा के सैकड़ों समर्थकों ने खूब तालियां बजाईं।
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शिवपाल (Shivpal) बोले- अब भी नेताजी का जलवा कायम है और कायम रहेगा
शिवपाल ने कहा कि अब भी नेताजी का जलवा कायम है और कायम रहेगा। मैनपुरी जीत पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जितने भी मंत्री प्रचार करने आए। उन्होंने पहले अधिकारियों से वोट मांगे। सपाइयों पर मुकदमे दर्ज कराए, उत्पीड़न किया। इसके बाद भी जनता ने नेता जी के नाम पर और उनके कराए गए कामों पर वोट करके हमें जीत दिलाई।