प्रतापगढ़। जिले के आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता सभापति यादव (Sabhapati Yadav) और उनके भाई को कोलकाता के सियालदाह स्टेशन से जीआरपी ने धर दबोचा। दोनों पर प्रतापगढ़ पुलिस ने 5-5 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लाने के लिए प्रतापगढ़ से एक पुलिस टीम कोलकाता रवाना हो गई है।
पांच लाख का इनाम था सभापति पर (Sabhapati Yadav)
बता दें कि पिछले साल अगस्त में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान सभापति यादव (sabhapati yadav) और सुभाष यादव ने अपने दर्जनों समर्थकों के साथ हंगामा किया था और पुलिस पर भी पथराव किया था। तभी से दोनों भाई फरार चल रहे थे। पुलिस ने पहले दोनों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। लेकिन गिरफ्तारी न होने की वजह से इनाम की राशि बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपये कर दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि पिछले शनिवार को सियालदाह रेलवे स्टेशन से जीआरपी ने दोनों फरार आरोपियों को धर दबोचा। दोनों को लाने के लिए पुलिस की एक टीम सियालदाह रवाना की गई है। उन्होंने बताया कि दोनों भाइयों पर गंभीर धाराओं में दर्जनों मुक़दमे दर्ज हैं। बता दें कि दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को भी लगाया गया था, लेकिन वे लगातार चकमा देकर फरार थे।
NEET एग्जाम में स्टूडेंट्स को मिलेगा 20 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम
गौरतलब है कि आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के विनयका गांव निवासी सभापति यादव (sabhapati yadav) पूर्व ब्लॉक प्रमुख और पूर्व प्रमुख पति रहा है, जबकि उसका भाई सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहा है। पुलिस के मुताबिक सभापति यादव पर 45 तो सुभाष यादव पर 28 मुकदमे दर्ज हैं।

