लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में टैंकरों के डीजल-पेट्रोल चोरी की सूचना पर पहुंची एसटीएफ (STF) की टीम को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता और उसके गुर्गों ने कुचलने की कोशिश की।
एसटीएफ (STF) के छापे के बाद मुख्य आरोपी सपा नेता अपने साथियों के साथ वहां से फरार हो गया है। लेकिन उसके दो साथियों को एसटीएफ (STF) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। सपा के जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव के गांव मानखेड़ा में उसके गोदाम में तेल चोरी का बड़ा धंधा चल रहा था।
जानकारी के मुताबिक डिजिटल लॉक खोले बिना टैंकरों से डीजल-पेट्रोल चोरी की सूचना पर एसटीएफ शुक्रवार देर रात मौके पर पहुंची। लेकिन अरुण और उसके साथियों ने एसटीएफ की टीम को घेर लिया। इसके बाद जब वहां पर मोहनलालगंज पुलिस पहुंची तो आरोपियों ने सफारी वाहन से एसटीएफ की टीम को कुचलने की कोशिश की और वहां से फरार हो गए। एसटीएफ ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार मोहसिन और निर्मल यादव अरुण यादव के लिए काम करते हैं। लेकिन अरूण यादव अपने साथियों के साथ फरार हो गया है। अरूण के गोदाम से 35 हजार लीटर डीनेचर्ड स्प्रिट, 25 ड्रम पेट्रोल, तीन ड्रम डीजल समेत करीब 13 लाख रुपये कीमत का काफी सामान बरामद हुआ है।
अरूण यादव समेत 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
इस मामले में पुलिस ने इस जानलेवा हमले के आरोप में अरुण यादव समेत सात लोगों के खिलाफ नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। एसटीएफ इंस्पेक्टर पवन कुमार सिंह के मुताबिक डिजिटल लॉक खोले बिना टैंकरों से तेल चोरी करने की सूचना मिली थी और इसकी सूचना के बाद पुलिस टीम के साथ कनकहा पहुंचा और ढाबे के पास एक टैंकर पहुंचा।
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इसके बाद एक युवक टैंकर में बैठकर मानखेड़ा की ओर चला गया। ये टैंकर सपा के जिला पंचायत सदस्य अरुण सिंह यादव के गोदाम पहुंचा और यहां पर मशीन से तेल चोरी किया जा रहा था।
स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल
जानकारी के मुताबिक वार्ड नंबर 25 से जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज थे। उसका अवैध धंधा कई सालों से चल रहा था और इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं थी। फिलहाल इस मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी जांच कर रही है। क्योंकि ये धंधा कई सालों से चल रहा था।