बहराइच। उत्तर प्रदेश चुनाव में एक तरफ नेता टिकट के लिए मारा-मारी कर रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो मनपंसद सीट नहीं मिलने से नाराज हैं। यूपी में सपा के एक उम्मीदवार ने इसलिए ही चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है क्योंकि उन्हें मनपसंद सीट से टिकट नहीं दिया गया था।
बहराइच जिले की मटेरा विधानसभा से समाजवादी पार्टी ने हाजी मोहम्मद रमजान को अपना प्रत्याशी बनाया था। बुधवार सुबह उनके नाम की घोषणा हुई थी। फिर बुधवार शाम को ही हाजी मोहम्मद रमजान ने बहराइच जिले की मटेरा विधानसभा से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चुनाव ना लड़ने की वजह बताते हुए हाजी मोहम्मद रमजान ने कहा कि वह पिछले 10 साल से श्रावस्ती विधानसभा क्षेत्र में काम करते रहे हैं। वह बोले कि श्रावस्ती की जनता इस बार भी उन्हें वहां से चुनाव लड़ा कर जिताना चाहती है। रमजान ने कहा कि मटेरा विधानसभा उनके लिए नया क्षेत्र हैं, ऐसे में जब चुनाव के गिनती के दिन बचे हैं तो वह वहां से तैयारी कैसे कर पाएंगे।
रमजान ने पार्टी बदलने तक के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि श्रावस्ती की जनता एवं अपने समर्थकों से पूछकर वह अगला कदम उठाएंगे। उन्होंने श्रावस्ती सीट से सपा का टिकट पाने वाले उम्मीदवार असलम रायनी पर भी तंज कसा। वह बोले कि असलम रायनी भिनगा सीट से विधायक हैं, वह अपना क्षेत्र छोड़कर क्यों भाग रहे हैं?
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हाजी मोहम्मद रमजान ने आगे कहा कि मुझे अभी उम्मीद है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए अपने फैसले पर फिर से विचार करेंगे और उन्हें ही श्रावस्ती से लड़ने का मौका देंगे।
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में हाजी रमजान श्रावस्ती सीट से मामूली अंतर से चुनाव हारे थे। बहराइच जिले की जिस मटेरा सीट से रमजान को टिकट दिया गया था वहां से सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री यासर शाह विधायक हैं लेकिन पार्टी इस बार उन्हें बहराइच सदर सीट से लड़ा रही है। वहीं कई विधायकों के साथ बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुए असलम रायनी को अखिलेश ने श्रावस्ती सीट से टिकट दिया है।