मथुरा। श्री कृष्ण के पावन धान वृंदावन में होली (Holi) का त्योहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस बार मथुरा के गोपीनाथ मंदिर में बूढ़ी एवं विधवा माताओं के लिए विशेष अयोजन किया गया है। होली के इस कार्यक्रम का आयोजन 04 मार्च को किया जाएगा जिसकी तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं। ब्रज की होली न सिर्फ देश बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर बहुत प्रचलित है।
इस दिन अलग-अलग जगह से लोग खास तौर पर होली (Holi) का कार्यक्रम देखने के लिए आते हैं। इस बार विशेष तौर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बूढ़ी और विधवा महिलाओं भी शामिल होंगी। हालांकि, ये सिलसिला पिछले कई सालों से लगातार चला आ रहा है।
सरकार और प्राइवेट संगठनों द्वारा आयोजित किए जाने वाला यह रंगोत्सव इस बार वृंदावन के गोपीनाथ मंदिर में मनाया जाएगा। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग उमड़ते हैं और होली का त्योहार मनाते हैं। यह प्रयास दरअसल बूढ़ी एवं विधवाओं माताओं के जीवन में खुशियां भरने का एक माध्य माना जाता है। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। इस बार भी होने वाले आयोजन में माताएं फूलों और गुलाल की होली खेलेंगी।
बूढ़ी और विधवा महिलाएं होंगी शामिल
ब्रज में आयोजित इस उत्सव में ऐसी माताएं शामिल होती हैं जिनके जीवन में कोई खुशियां नहीं होती, साथ ही वे अपने परिवार से अलग हो जाती है और एक ऐसी जगह आकर रहने लगती हैं जहां उनका कोई नहीं होता। वह बिल्कुल अकेले रहकर जीवन यापन करती हैं या फिर नगर के महिला आश्रय सदनों में रहकर अपना जीवन बिताती हैं जी।
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मथुरा वृंदावन में रहने वाली ऐसी बूढ़ी एवं विधवा माताएं होली पर इस कार्यक्रम में समलित होती है, जहां वे धूम-धाम और खुशी के साथ होली खेलती हैं।