कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन ने तेजी पकड़ी और अब राजनीतिक दल भी खुलकर इसके समर्थन में आगे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों के समर्थन में पदयात्रा निकालने की बात कही, लेकिन सोमवार सुबह से ही सपा अध्यक्ष के घर से दफ्तर तक का पूरा एरिया सील कर दिया गया।
लखनऊ कमिश्नरेट ने रविवार रात में ही सपा मुख्यालय के बाहर भारी फोर्स तैनात कर दी। यही नहीं, विक्रमादित्य मार्ग पूरी तरीके से सील कर दिया गया है। किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विक्रमादित्य मार्ग पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव के आवास के बाहर भी भारी पुलिस फोर्स लगा दी गई है।
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समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता, नेता अपने अपने गृह जनपदों में किसान यात्रा को जारी रखें। pic.twitter.com/yENCvTPa8v
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 7, 2020
सुबह MLC राजपाल कश्यप और आशु मलिक कुछ कार्यकर्ताओं के साथ अखिलेश यादव से मुलाकात करने के लिए उनके घर के पास पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने रोक लिया। इस पर झड़प भी हुई। जिस पर पुलिस ने दोनों नेताओं को हिरासत में लिया है। राजपाल कश्यप ने कहा कि, यह अघोषित कर्फ्यू लगाया गया है।
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माना जा रहा है कि अखिलेश यादव पूरे मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। पदयात्रा का शुभारंभ करने के लिए अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अनुसार सोमवार से उनकी पार्टी यूपी के हर जिले में ‘किसानों की आय बढ़ाओ’ और ‘खेती-किसानी बचाओ’ के नारों के साथ किसान यात्रा निकालेगी। उन्होंने कहा कि इस किसान यात्रा में हमारी पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी पैदल यात्रा करने के साथ साइकल, मोटरसाइकल और अन्य साधनों से रैली निकालते नजर आएंगे।
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सपा मुखिया अखिलेश यादव के ठठिया क्षेत्र में किसान आंदोलन को DM राकेश कुमार मिश्र ने अनुमति नहीं दी है। उनका कहना है कि अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है, लिहाजा भीड़ को जुटाने की अनुमति किसी भी स्थिति में नहीं दी जा सकती। सपा मुखिया को पत्र भेजकर इसके लिए अवगत भी करा दिया गया है। यदि फिर भी भीड़ जुटती है तो प्रशासन अपने स्तर से कार्रवाई करेगा।