नई दिल्ली। पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को लेकर एक बहुक ही अहम खुलासा हुआ है। इस सैनिक सौरभ शर्मा भारतीय सेना की खूफिया जानकारी पाकिस्तान को भेजता था। यह जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को देने के की सूचना मिलते ही भारत का खुफिया विभाग के कान खड़े हो गए। खुफिया विभाग की जानकारी में ही यह सामने आया की जासूसी करने वाला पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा का ताल्लुक मेरठ से है।
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भारतीय खुफिया एजेंसियां इस मामले में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने में लगी हैं। खुफिया विभाग के शीर्ष अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि सैनिक कैसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया। अधिकारी पता लगा रहे हैं कि सौरभ को हापुड़ से मेरठ के शॉप्रिक्स मॉल में बुलाकर नोटों से भरा लिफाफा देने के पीछे एजेंटों का क्या मकसद होगा। संभावना है कि क्या मेरठ शहर का कोई स्थानीय व्यक्ति भी इससे जुड़ा है।
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कहा जा रहा है कि आईएसआई के जासूसों का मेरठ से कोई न कोई कनेक्शन है। यही वजह है कि मेरठ में उन्होंने खुद को सुरक्षित मानते हुए नोटों का लिफाफा सौरभ को दिया। सभी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि मॉल में नोटों का लिफाफा सौरभ को किसने दिया।