अभिधम्म दिवस के अवसर पर कुशीनगर के महापरिनिर्वाण मंदिर में भाग लेने आये श्रीलंका के बौद्ध प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे श्रीलंका सरकार में खेल एवं युवा मामलों के मंत्री नमल राजपक्षे ने यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की और उन्हें भगवत गीता के तमिल, सिंहली एवं अंग्रेजी अनुवाद की प्रथम प्रतियां भेंट की।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिन्दा राजपक्षे के पुत्र श्री नमल राजपक्षे ने श्री मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि श्रीलंका को भारत से सर्वश्रेष्ठ उपहार के रूप में बौद्ध धर्म मिला। हमारे देशों एवं हमारे लोगों के बीच हमेशा से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। यह हमारे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे एवं प्रधानमंत्री श्री मोदी का समान विज़न है कि हमारे देशों एवं लोगों के बीच रिश्ते और मजबूत हों।
श्री नमल राजपक्षे ने बताया कि उन्होंने श्री मोदी को भगवत गीता के भगवत गीता के तमिल, सिंहली एवं अंग्रेजी अनुवाद की प्रथम प्रतियां भेंट की जिनका विमोचन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे द्वारा किया गया है और जो हमारे लोगों की मित्रता एवं सांस्कृतिक समानता का प्रतीक है।
श्री मोदी ने भी ट्वीटर पर इसके लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मित्र राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने एक अद्भुत पहल की है। उन्होंने कामना की कि महात्मा बुद्ध की शिक्षाएं हमारे देशों को एकजुट करें और पृथ्वी को बेहतर बनायें।
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अभिधम्म दिवस समाराेह में शामिल होने के लिए श्रीलंका के अलावा, म्यांमार, वियतनाम, कंबोडिया, थाईलैंड, लाओस, भूटान, दक्षिण कोरिया, मंगोलिया, जापान, सिंगापुर, नेपाल के राजनयिक एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे। उन्होंने महात्मा बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने श्री नमल राजपक्षे सहित उन सभी से शिष्टाचार भेंट की और कहा कि पूरे विश्व के लिए बुद्ध का यही संदेश है कि बौद्ध धम्म मानवता के लिए है।