उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को बताया कि अयोध्या में श्रीराम यूनिवर्सिटी बनेगी। यह विश्वविद्यालय राम संस्कृति पर शोध का बड़ा केंद्र होगा। इस कार्य के लिए निजी क्षेत्र से कई प्रस्ताव आएं हैं। लोगों को आमंत्रित भी किया गया है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार की योजना अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण और धार्मिक नगरी को अंतरराष्ट्रीय शहर के रूप में पहचान देने की है। ऐसे में शिक्षा जगत भी अयोध्या के रामराज की कल्पना में अहम भूमिका निभाएगा। इसके लिए ही प्रदेश सरकार श्रीराम विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रही है। इसमें भगवान राम की संस्कृति, रामायण और अन्य ग्रंथों पर शोध करने के साधन भी उपलब्ध होंगे। डॉ. शर्मा ने रविवार को यहां रामलला के दर्शन कर, राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर की नींव खोदाई का कार्य भी देखा।
मौके पर उन्होंने कहा कि जो नारा, रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे… हम बचपन में लगाते थे, आज वह साकार हो रहा है। आज जब राममंदिर की नींव की खोदाई का कार्य देखा तो मन प्रसन्न हो उठा।
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उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्पना की है उसी प्रकार से अयोध्या में चारों तरफ पुलों, सड़काें, सीवरेज, बड़े-बड़े स्मारकों, मंदिरों के जीर्णोद्धार-सुंदरीकरण व राम की मूर्ति लगाए जाने का निर्णय कार्य को रहा है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि शिक्षा मंत्री के नाते भगवान से यही प्रार्थना करने आया हूं कि यहां जल्द श्रीराम विश्वविद्यालय की स्थापना हो। भगवान ऐसे लोगों को सद्बुद्धि दे जो धर्म के प्रति अनास्था रखते हुए आलोचना का भाव रखते हैं और मंदिर निर्माण की परिकल्पनाओं में बाधा बनने का कार्य करते हैं। बंगाल चुनाव के सवाल पर कहा कि वहां पर जय श्रीराम गूंज रहा है और आगे भी गूंजेगा।