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दांव पर लगा दी एसएसपी की कुर्सी लेकिन कारसेवकों पर नहीं चलाई थी गोली

राम मंदिर आंदोलन

दांव पर लगा दी एसएसपी की कुर्सी लेकिन कारसेवकों पर नहीं चलाई थी गोली

सुल्तानपुर।अयोध्या में आज श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़ी ऐसी कई घटनाएं हैं जोकि हमेशा से चर्चा का विषय हैं। ऐसी ही एक घटना है सांसद एवं आईपीएस डीबी राय के जीवन से जुड़ी। 1992 में डीबी राय अयोध्या में एसएसपी थे। उनके पुत्र पुनीत राय बताते हैं कि तब कारसेवा के दौरान पिताजी ने निहत्थे कारसेवकों पर गोली नहीं चलवाई थी।

यूपी में तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार में डीबी राय अयोध्या के एसएसपी थे। दरअसल तत्कालीन प्रदेश सरकार ने कारसेवकों पर गोली चलाने के निर्देश दिए थे, लेकिन डीबी राय ने ऐसा करने से खुद को रोका था।

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इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। सस्पेंशन के बाद कोर्ट में सीबीआई चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई। ऐसे में 6 महीने बाद वो बहाल हो गए। डीबी राय के पुत्र पुनीत राय का कहना है कि भगवान श्रीराम के प्रति जो आस्था पिताजी की थी उससे कम आस्था हम लोगों की नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को इस्तीफा सौंपा, उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया।

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अंत में उन्हें कोर्ट की शरण लेनी पड़ी तब जाकर 1996 में इस्तीफा मंजूर हुआ। लेकिन वेतन एवं पेंशन रोक दिया गया था।

इसके बाद डीबी राय ने राजनीतिक पारी शुरू की। बीजेपी का दामन थामा, दो बार सुल्तानपुर से वो बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए। पुनीत राय ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण शुरू होने के कारण हम अपने आप को बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पिताजी का योगदान इतिहास के पन्नों में लिखा है।

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