भगवान बृहस्पति के साथ आज शिक्षा की देवी सरस्वती का वार भी है और साईं भगवान की अराधना का विशेष दिन भी बृहस्पतिवार को ही माना गया है। आज के दिन महान लोगों की कही महान बातें, जो आपके दिन को बनाएंगी कारगर और मोटिवेशन से भरपूर।
सबका मालिक एक है
साईं बाबा हमेशा यही कहते थे, सब का मालिक एक है। साईं भगवान ने कभी स्वयं को भगवान नहीं कहा। बल्कि कथाओं के मुताबिक वो तो दूसरों का दर्द अपने ऊपर लेने वाले संत स्वरूप थे। उनके इस वाक्य- सबका मालिक एक है का अर्थ यह है कि सबका मालिक चाहे ईश्वर को मानें, चाहे सत्य को, वो एक ही है। सत्य के आगे कुछ दूसरा नहीं होता। इसलिए साईं भगवान या किसी भी धर्म के किसी भी देवता की पूजा करने के साथ सत्य को सर्वोपरि मानें और आने वाली पीढ़ी को सत्य की राह पर चलने को प्रेरित करें।
कम बोलें, पर अधिक समझ आए
महान ज्ञानी एपोफ्रीका के कथन पर जाएं तो वो कहते हैं, कम बोलें, थोड़े शब्दों में अधिक कहें। इस सकारात्मक कथन का आशय यह है कि हम जबरन दुनियाभर का कहते रहते हैं. मजे कि बात उसमें है कि कम कहा जाए और ज्यादा समझाया जाए.
ऐसी बाणी बोलिए
कबीर दास जी हजारों साल पहले बोलने को लेकर अपना सार समझा गए हैं। वो कहते हैं-
ऐसी बाणी बोलिए, मन का आपा खोए,
औरन को शीतल करे, खुद भी शीतल होए।
अर्थात ऐसी बातें बोलनी चाहिएं जो किसी को नुकसान न पहुंचाएं. किसी को ठेस न पहुंचाएं। बाणी ऐसी होनी चाहिए जो दूसरों को राहत पहुंचाए और हमें भी।
कैसा लिखना चाहिए
महान विद्वान ड्राइडेन के शब्द उधार लिए जाएं तो या तो अच्छी तरह लिखना सीखो अथवा बिलकुल नही लिखना। ड्राइडेन के कहे का सार है कि लिखने का बहुत असर होता है। इसलिए ऐसा लिखो जो दूसरों के काम आए, ऐसा नहीं जो समाज में नुकसान पहुंचाए।