उत्तर प्रदेश के फीरोजाबाद के शिकोहाबाद में हिमांशी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्यारोपी मृतका की सौतेली बड़ी बहन को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बालिका की हत्या गला घोंटकर बताई गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपये की धनराशि देकर पुरस्कृत किया है।
बता दें कि मंगलवार सुबह नगला सैंदलाल में एक पांच वर्षीय बालिका के अचानक लापता हो गई। इसकी तलाश की गई लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला। संदेह पर उसकी सौतेली बड़ी बहन सुनीता पुत्री रामभरोसी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पहले तो सुनीता पुलिस को गुमराह करती रही, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। पुलिस ने मृतका की सौतेली बहन की निशानदेही पर उसके द्वारा बताए स्थान से तालाब में से शव निकाल लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बालिका की मौत गला घोंटने से होना बताया गया है।
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पुलिस का संदेह सही निकला और आरोपी सौतेली बहन सुनीता को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्यारोपी सुनीता ने परिवार, पुलिस और ग्रामीणों को गुमराह करने के लिए दरवाजे के बाहर एक पत्र चस्पा किया था लेकिन इस बारे में भी पुलिस ने पता कर लिया था।
लापता छात्रा का शव तालाब में मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज भेज दिया था। बुधवार को जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो नगला सैंदलाल में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस की मौजूदगी में बालिका को दफनाया। हिमांशी (5) पुत्री राम भरोसी मंगलवार सुबह लापता हो गई थी। इस दौरान मृतका की मां सोमवती और अन्य भाई-बहनों का रो-रो कर बुरा हाल था।