यूपी एसटीएफ ने दूसरे व्यक्ति के शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से संतकबीरनगर में नियुक्त शिक्षक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी शेषनाथ सिंह है। वह ग्राम गजपुर थाना कोतवाली खलीलाबाद जिला संतकबीरनगर का रहने वाला है। उसकी वर्तमान समय में नियुक्ति प्रधानाध्यापक, प्राथमिक विद्यालय कथकपुरवा विकास खण्ड रूधौली, बस्ती में थी। उसके पास से एक मोबाइल फोन और नगदी बरामद हुई है।
प्रवक्ता ने बताया कि एसटीएफ को बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक भर्तियों में हुयी अनियमितता व फजीर्वाड़ें की शिकायतें मिल रही थी। इसी क्रम में ये भी जानकारी मिली कि शेषनाथ सिंह निवासी ग्राम गजपुर थाना खलीलाबाद, संतकबीरनगर दीपक कुमार सिंह के शैक्षिक दस्तावेजों की कूटरचित अंकपत्र, डिग्री बनवाकर बस्ती के रूधौली विकास खण्ड में प्रधानाध्यापक के पद पर नौकरी कर रहा है, जिसका मोबाईल नम्बर 6392973491 है। इस संबंध में एसटीएफ की एक टीम को छानबीन में लगाया गया।
लखनऊ गैंगवार: शूटर गिरधारी को रिमांड पर लेने दिल्ली पहुंची लखनऊ पुलिस
इसी बीच दीपक कुमार सिंह निवासी थाना कैण्ट गोरखपुर मोबाईल नंबर 9999884765 ने प्रार्थना-पत्र देकर सूचना दी कि वह वर्तमान में एक इलेक्ट्रनिक चैनल में डिप्टी एक्जीक्यूटिव प्रोडयूसर के पद पर कार्यरत हैं। उनको जानकारी मिली है कि उनके शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से कोई व्यक्ति शिक्षा विभाग में अध्यापक के पद पर नौकरी कर रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम संतकबीर नगर के रेलवे स्टेशन खलीलाबाद पहुंची और वहां से फर्जी शिक्षक दीपक कुमार सिंह को बैंक चौराहा के पास गिरफ्तार कर लिया। उसके एसटीएफ टीम दीपक कुमार सिंह को लेकर बीएसए कार्यालय बस्ती पहुंची, जहां पर जगदीश प्रसाद शुक्ल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बस्ती एवं राम कुमार सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी रूधौली जनपद बस्ती मौजूद मिले। खण्ड शिक्षा अधिकारी रूधौली बस्ती ने दीपक कुमार सिंह को पहचान कर बताया कि वर्तमान में प्रधानाध्यापक के पद पर प्रा.वि. कथकपुरवा, रूधौली जनपद बस्ती में नियुक्त हैं।
दीपक कुमार सिंह से शैक्षिक दस्तावेजों को दिखाते हुये पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि उसने गलती विभाग को गलत दस्तवेज सौंपे हैं। उसका असली नाम दीपक कुमार सिंह नहीं है। उसका वास्तविक नाम शेषनाथ सिंह निवासी ग्राम गजपुर थाना कोतवाली खलीलाबाद जिला संतकबीरनगर है। उसने शुरूआती शिक्षा अपने गांव के पास देवरिया गंगा के विद्यालय से ग्रहण किया। उसके बाद कक्षा 10 हीरालाल राम निवास इण्टर कालेज, खलीलाबाद से वर्ष 1986 में उत्तीर्ण किया। कक्षा 12 की परीक्षा भाटपार रानी देवरिया से 1989 में उत्तीर्ण किया था। बीएससी परीक्षा वर्ष 1992 में किसान डिग्री कालेज बस्ती से उत्तीर्ण किया। इसके उपरान्त कृषि कार्य में लग गया।
कोचिंग के लिए निकला 10वीं का छात्र लापता, तलाश में जुटी पुलिस
पूछताछ में आरोनपी ने यह भी बताया कि वर्ष 2005-06 में मुखलिशपुर चौराहे पर यदुनंदन यादव निवासी ग्राम हरदी जनपद गोरखपुर से मुलाकात हुई, जिसने बताया कि पचास हजार रुपए खर्च होगें, सरकारी विद्यालय में शिक्षक के पद पर नौकरी लगवा दूंगा। यदुनंदन यादव ने उसे इस्माइल बाबू नामक किसी व्यक्ति से दीपक कुमार सिंह के नाम के शैक्षिक दस्तावेज उपलब्ध कराते हुये वर्ष 2007 में जनपद बस्ती से फार्म भरवाया था। दीपक कुमार सिंह के शैक्षिक दस्तावेज के आधार पर वर्ष 2009 में सहायक अध्यापक के पद पर प्राथमिक विद्यालय सिन्दुरिया विकास खण्ड विक्रमजोत बस्ती में नियुक्त हुआ। इसके उपरान्त वर्ष 2013 में प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नत होकर प्राथमिक विद्यालय कथकपुरवा रूधौली जनपद बस्ती में नौकरी कर रहा था।