उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारको का डेटा गलत तरीके से प्राप्त कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह को डाटा बेचने वाले इनामी सहित तीन अरोपियों को दिल्ली व नोएडा से गिरफ्तार कर लिया ।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने सूचना पर संगठित गिरोह द्वारा फर्जी तरीके से कम्पनी बनाकर विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारको को क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा बेचने वाले 20 हजार के इनामी अभियुक्त नदीम अहमद समेत तीन आरोपियों दिल्ली और गौतमबुद्धनगर से कल शाम गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि नदीम को वजीराबाद दिल्ली से जबकि उसके साथी सिद्धार्थ देवनाथ और पुनीत लाखा को गौतमबुद्धनगर में सूरजपुर से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि गिरोह सरगना भागलपुर बिहार निवासी सौरभ भारद्वाज हरियाणा के फरीदाबाद में सूर्य नगर फेस 1, सेक्टर-91 रहता है जबकि आस मौहम्मद उर्फ आशू संगम विहार दिल्ली और शिवम गुप्ता भी संगम विहार दिल्ली में रहता है को 6 लाख 59 हजार रूपया नगद एवं छह हजार क्रेडिट कार्ड कस्टमर डेटा एवं अन्य अभिलेखों के साथ 26 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था जबकि इसी अभियोग में 25 हजार रूपया की इनामी अभियुक्ता शिल्पी पत्नी दीपक मलिक उत्तमनगर दिल्ली और अभियुक्त नांगलोई दिल्ली निवासी सुलेमान को आठ फरवरी को लगभग 7 हजार कस्टमर डेटा सहित गिरफ्तार किया गया था।
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प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान प्रकाश में आये तथ्यों के आधार पर इस गिरोह को क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा बेचने का काम नदीम अहमद द्वारा भी किया जा रहा था । नदीम अहमद आगरा के थाना खेैरागढ़ पर आईटी एक्ट आदि धाराओं में दर्ज मामले में वांछित चल रहा था जिस पर 20 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तार नदीम ने पूछताछ पर बताया कि वह पूर्व में मोनिका के साथ जाॅब कर चुका है जहाॅ पर उसकी मुलाकात आस मोहम्मद से हुई थी। बाद में जाॅब छोडकर वह एसबीआई में टीम लीडर की जाॅब करने लगा, यहीं पर उसकी मुलाकात सुलेमान से हुई थी। सुलेमान वहाॅ से क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा निकालकर नदीम अहमद व मोनिका को बेचने लगा। बाद में नदीम अहमद जाॅब छोड़कर अपना काम करने लगा इसी दौरान नदीम अहमद माई मनी मंत्रा नामक कम्पनी से काॅट्रेक्ट कर आरबीएल बैंक के क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा इकटठा करने लगा।
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उन्होंने बताया कि इसी दौरान माई मनी मंत्रा कम्पनी में काम करने वाले टीम लीडर सिद्धार्थ देवनाथ तथा पुनीत लाखा सहायक उपाध्यक्ष के सम्पर्क में आ गया जो क्रेडिट कार्ड होल्डर्स का डेटा इसको नदीम अहमद को देने लगे जिसे वह आगे मोनिका को डेढ़ रूपये से तीन रूपये प्रति कस्टमर के हिसाब से बेच देता था। इसी तरह पूर्व में गिरफ्तार
सुलेमान उपरोक्त से भी एसबीआई का डाटा लिया करता था। अभियुक्त नदीम अहमद से 7182 क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा बरामद हुआ है,जिसकी छानबीन करने पर इसी लिस्ट में से लगभग 450 लोगों के साथ धोखाधडी करके लगभग 01 करोड रूपये की धोखाधडी करने की बात प्रकाश में आयी है। इसी बरामद डेटा में मोनिका त्यागी नाम के क्रेडिट कार्ड धारक का डेटा उल्लेख है, जिनके साथ भी इसी तरह की धोखाधड़ी की गई है जिसके सम्बन्ध में थाना गोमतीनगर, लखनऊ पर मामला दर्ज है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को आज जेल भेज दिया।