उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और मुजफ्फरनगर कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए 13 साल से वांछित चल रहे हत्यारोपी मनोज बावरिया को आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेरठ एसटीएफ की फील्ड इकाई और शहर कोतवाली पुलिस ने सूचना के आधार पर आज संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए दोपहर करीब डेढ़ बजे शनि मन्दिर गेट से करीब 10 कदम दूर बकरा मार्किट चुंगी नम्बर दो पर हत्यारोपी मनोज का गिरफ्तार कर लिया। यह बदमाश 13 साल से फरार चल रहा था।
उन्होंनें बताया कि वर्ष 2007 में कोतवाली में दर्ज महिला की हत्या के मामले में वांछित अपराधी मनोज, जो 13 साल से फरार चल रहा है, जिस पर इनाम भी घोषित है। उन्होंने बताया कि वह अपने किसी साथी से मिलने के लिए बकरा मार्केट के पास चुंगी नमबर दो पर आया था। सूचना पर एसटीएफ और मुजफ्फरनगर पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस बदमाश की गिरफ्तारी पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
50 हजार के फरार इनामी वांछित हत्यारे लुटेरे को साथी समेत एसटीएफ ने दबोचा
श्री यादव ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपी ने पूछताछ पर उसने बताया कि वह मूल रुप से राजस्थान का रहने वाला है और वर्ष 2006 में अपने दोस्त गजराज, धमण्डी, बिरजू बावरिया के यहाॅ मुजफ्फरनगर आकर रहने लगा। वह यहीं रहते हुए उसके साथी आसपास के क्षेत्रों में जेब काटने के लिए जाते थे। वर्ष 2007 में रामलीला टिल्ला की रहने वाली महिला सुशीला देवी की हत्या उसने अपने साथी गजराज, बिरजू एंव घमण्डी के साथ मिलकर कर दी थी, जिसमें गजराज को पुलिस ने अगले ही दिन पकड लिया था। गजराज छह माह जेल में रहने के बाद आया और उसने बिरजू व घमण्डी को हरियाणा से पुलिस को पकडवा दिया। वह हत्या की घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था और फरारी के दौरान ही बिरजू की पत्नी के साथ मिलकर जेब काटने की
घटना को अन्जाम दे रहा था। आज भी वह अपने एक साथी से मिलने बकरा मार्केट चुंगी पर आया था और पकडा गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।