उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में गुरुवार देर रात जमकर अराजकता देखने को मिली। यहां राजाराम और बिड़ला छात्रावास के छात्रों के बीच जमकर मारपीट और पत्थरबाजी हुई, जिसके बाद देर रात पीएसी के साथ कई थानों की फोर्स परिसर में दाखिल हुई।
पता चला है कि हॉस्टल के मेस में खाना खाने के दौरान छात्रों में कहासुनी हुई। छोटी सी बात पर दो छात्रावासों में जमकर गुरिल्ला युद्ध शुरू हो गया। घटना में कई छात्र घायल हैं। दोनों पक्षों की तरफ से जमकर पत्थर चलाए गए, वहीं पेट्रोल बम भी फेंके गए।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय एक बार फिर से छात्रों के आपसी वर्चस्व के कारण चर्चा में है। बृहस्पतिवार देर रात 2 छात्रों के गुटों में भीषण आगजनी व मारपीट हुई, जिससे पूरे विश्वविद्यालय में परिसर अफरा-तफरी की स्थिति हो गई। मामले की गंभीरता को देखकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने वाराणसी पुलिस को सूचना दिया, जिसके बाद तीन थानों की फोर्स और पीएसी के साथ पुलिस फोर्स ने मामले को संभाला। फिलहाल मामला शांत है लेकिन तनाव बरकरार है।
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दरअसल 1 सितंबर से विश्वविद्यालय में पठन-पाठन का कार्य फिर से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में शोध छात्रों के साथ ही अन्य छात्रों का भी विश्वविद्यालय परिसर में आना शुरू हो गया है। हॉस्टलों में छात्रों की संख्या बढ़ने लगी है। विश्वविद्यालय के छात्रों में यह लड़ाई संख्या बल के कारण ही हुई। देर रात राजा राम छात्रावास के छात्र मेस में खाना खाने पहुंचे, जहां बिड़ला हॉस्टल के छात्रों से उनकी कहासुनी शुरू हो गई। कहासुनी मारपीट, पथराव और आगजनी में तब्दील हो गई, जिसमें कई चोटिल भी हुए।
रात लगभग 1 बजे तक लड़ाई चलती रही, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में वाराणसी पुलिस को सूचना दिया. वाराणसी पुलिस पीएसी और तीन थानों की फोर्स स्थिति को संभालने के लिए छात्रावास के पास पहुंची, जहां दोनों छात्र के गुटों से शिकायत पत्र लेने के बाद उन्हें कार्यवाही का आश्वासन दिया। जिसके बाद छात्र शांत हुए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों छात्रों के बीच पीएसी और थानों की फोर्स लगा दी गई है ताकि मामला फिर से गर्म ना हो।
