विश्व की हर चीज को कभी न कभी खत्म होना ही है। चाहे कोई जीव हो या इंसान हर चीज को एक दिन इस दुनिया से अलविदा कह देना है। भले ही विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली हो, पर आज भी मौत के राज से कोई पर्दा नहीं उठ सका है। हम अक्सर खबरों में सुनते हैं कि इंसान जिंदगी में पड़ने वाली परेशानियों से कई बार इतना तंग हो जाता है कि वो खुदकुशी कर लेता है।
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अगर आप ये सोचते हैं कि सिर्फ इंसान ही आत्महत्या करते हैं, तो आप बिल्कुल गलता हैं। ऐसा करना पक्षियों में भी पाया जाता है। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में भी एक ऐसी ही जगह है, जहां हर साल हजारों पक्षी आत्महत्या कर लेते हैं। यह जगह जटिंगा वैली है। यहां पर सैकड़ों पक्षी सामूहिक रूप से आत्महत्या करने के लिए आते हैं।
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और ये बात बिल्कुल ही सच है और इस बात के प्रमाण भी हैं। जटिंगा वैली में ये सिलसिला कई सालों से चलता आ रहा है। असम में एक घाटी है जिसे जटिंगा या जतिंगा कहा भी जाता है। इस वैली में आपको पक्षियों के आत्महत्या करने का नजारा देखने को मिलेगा। इस घाटी में मॉनसून के महीने में ऐसी घटनाएं काफी ज्यादा होती हैं। इसके अलावा अमावस और कोहरे वाली रात को पक्षियों के आत्महत्या करने के मामले अधिक देखने को मिलते हैं।